उफान पर गंगा यमुना, बनारस से लेकर पटना में दहशत
देश के कई इलाकों में एक बार फिर नदियों का पानी उफान(Water Level) पर हैं। गंगा और यमुना का जलस्तर(Water Level) खतरे के निशान से ऊपर जा चुका है। इससे कई तटीय इलाकों में जलभराव की समस्या बढ़ रही है। इन इलाकों में प्रयागराज, वाराणसी, पटना और अम्बेडकरनगर मुख्य हैं। पिछले 24 घंटे में दोनों नदियों का जलस्तर(Water Level) करीब एक मीटर बढ़ गया है।
भारी बारिश की वजह से गंगा और यमुना का पानी उफान पर है। बिहार की राजधानी पटना में भी गंगा का जलस्तर(Water Level) बढ़ने से परेशानी हो रही है। पटना की नालंदा मेडिकल कॉलेज के ICU में पानी भर चुका है। ICU के अलावा कॉलेज के दूसरे वार्ड में भी घुटनो तक पानी भरा हुआ है। पटना के कई निचले इलाकों में भी जलभराव हो गया है। ऐसे में जलस्तर से निचले इलाकों में दहशत का माहौल है। वहीँ प्रयागराज(पहले इलाहाबाद) में भी जलस्तर(Water Level) में बढ़ोतरी के कारण निचले इलाके में पानी भर गया है।
उत्तर प्रदेश में भी मचा है कहर
उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर में भी सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जा चुका है। भारी बरसात से और लगातार पानी छोड़े जाने से घाघरा नदी का जलस्तर(Water Level) असामान्य तेज़ी से बढ़ गया है। इससे जिले की 2 तहसीलों के कई गाँवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। इलाके का प्रशासन सक्रीय हो गया है। प्रशासन का कहना है कि नदी के जलस्तर पर करीबी नज़र रखी जा रही है। वहीँ वाराणसी में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बहती नज़र आई। वाराणसी में गंगा में खतरे का निशान 71.26 पर है, लेकिन बुधवार सुबह जलस्तर 71.28 दर्ज हुआ। तीन दिन पहले भी गंगा वाराणसी में खतरे के निशान से 1 मीटर ऊपर बहती नज़र आयी थी।
गौरतलब है कि पिछले एक हफ्ते से गंगा और यमुना उफान पर हैं। रविवार की शाम चार बजे तक गंगा का जलस्तर फाफामऊ में 83.96 मीटर और छतनाग में 83.21 तक पहुंच गया था। वहीं यमुना नदी का पानी नैनी में 83.84 मीटर पर बह रहा था। इससे निचले इलाकों में हड़कंप मचा हुआ है। खतरे के निशान के पास तक जलस्तर(Water Level) पहुंचने के बाद डीएम ने कमान संभाल ली थी और मुआयना किया था। उत्तर प्रदेश में प्रयागराज और हमीरपुर के कई इलाकों में यमुना खतरे के निशान के ऊपर बह रही है।