भोपाल समेत मध्यप्रदेश में बाढ़ का “गम्भीर” खतरा

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी बारिश अपना कहर बरपा रही है। शुक्रवार शाम से शनिवार शाम तक भोपाल में भारी बारिश हुई। इसकी वजह से भोपाल के सभी जलाशयों में जलस्तर बढ़ गया है। लगातार तेज़ बारिश से भोपाल के तामपान में 4 डिग्री तक कि गिरावट दर्ज की गई।

शनिवार को भोपाल में एक ही दिन में 42 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। तेज़ बारिश की वजह से भोपाल में कई जगह जलभराव हो गया है। सड़कों पर पानी जमा होने से भी लोगों को दिक्कत हो रही है। भोपाल के 5 नंबर स्टॉप चौराहे पर जलजमाव के चलते 2 फीट पानी भर गया जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं तेज बारिश के चलते भोपाल के बड़े तालाब में इतना पानी आ गया कि उसे कलियासोत डैम में छोड़ना पड़ा। कलियासोत में भी पानी अपनी पूर्ण क्षमता तक भर जाने के बाद डैम के 2 गेट खोलने पड़े जिससे कलियासोत नदी में उफान देखते ही बनता था। साल भर लगभग सूखी रहने वाली और नाले की शक्ल ले चुकी कलियासोत नदी में उफान मारती लहरों को देखने के लिए भोपालवासी नदी किनारे जमा हो गए।

दोबारा मानसून सक्रिय होने से मध्य प्रदेश के 37 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी 24 घंटों में होशंगाबाद, बैतूल, बड़वानी, अलीराजपुर, टीकमगढ़, दमोह, छतरपुर, दतिया, नीमच, शिवपुरी, अशोकनगर, भिंड, जबलपुर, नरसिंहपुर, रीवा, सतना, सिंगरौली, भोपाल, रायसेन, उज्जैन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, रतलाम, मंदसौर, शाजापुर, देवास, आगर, इंदौर, धार, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, हरदा, सागर और गुना में भारी बारिश हो सकती है। गौरतलब है कि भारत के 5 राज्यों में बाढ़ की वजह से स्थिति बेहद ख़राब है। उत्तरी भारत में भी भारी बारिश और बाढ़ के संकेत मिलने की वजह से राज्यों को ऑरेंज अलर्ट पर रखा गया है।

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