संसद सत्र के दौरान सरकार की कार्यशैली व विपक्ष का व्यवहार बेहद दु:खद-मायावती
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो व प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बीते दिनों किसान बिल पारित होने के दौरान संसद खासकर राज्यसभा में विपक्षी नेताओं के व्यवहार पर कड़ी नाराजगी जताई है। इसके साथ ही उन्होंने सत्र के दौरान सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं।
मायावती ने बुधवार को ट्वीट किया कि वैसे तो संसद लोकतंत्र का मन्दिर ही कहलाता है फिर भी इसकी मर्यादा अनेक बार तार-तार हुई है। वर्तमान संसद सत्र के दौरान भी सदन में सरकार की कार्यशैली व विपक्ष का जो व्यवहार देखने को मिला है, वह संसद की मर्यादा, संविधान की गरिमा व लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला है। अति-दुःखद।
उल्लेखनीय है कि विगत रविवार को राज्यसभा में किसान बिल पारित कराने के दौरान विपक्षी सांसदों ने काफी शोर-शराबा और हंगामा किया था। इसे लेकर राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को आठ विपक्षी सांसदों को सदन से निलम्बित कर दिया था।
इसके खिलाफ सांसदों ने संसद परिसर में रातभर धरना दिया था। मंगलवार की सुबह राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश स्वयं चाय लेकर इन सांसदों के पास पहुंचे थे। हालांकि, कुछ सांसदों ने उनकी चीय पीने से मना कर दिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप्र विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित अन्य नेताओं ने उपसभापति के इस विनम्र रवैये की बेहद तारीफ की थी।