राहुल ने पिता राजीव को बताया शहीद तो भड़क उठे सिख
प्रधानमंत्री मोदी की एक टिप्पणी के जवाब में राहुल का अपने पिता राजीव गांधी को शहीद बताना, उन पर भारी पड़ गया। सिक्खों ने राहुल को पत्र लिखकर माफी मांगने के लिए कहा है। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गाँधी को चुनौती दी थी कि अगर हिम्मत है तो कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री (राजीव गाँधी) के मान सम्मान के मुद्दे पर चुनाव लड़िये। मोदी ने कहा था कि आइये जिनके कार्यकाल के दौरान भोपाल गैस काण्ड में हज़ारो लोग मरे थे, उनके नाम पर चुनाव लड़ के दिखाइए | मोदी ने उन्हें भ्रष्टाचारी नम्बर 1 से भी सम्बोधित किया था और इस उपाधि को उनकी अंतिम समय की पहचान से जोड़ दिया था। पीएम ने बिना राजीव गाँधी का नाम लिए यह सब बोला था। लेकिन उनकी बातो से साफ़ ज़ाहिर था कि वे राजीव गाँधी की ही बात कर रहे हैं |
राहुल गाँधी ने इस पर ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी थी। राहुल ने कहा था “‘मोदी जी, लड़ाई खत्म हो चुकी है। आपके कर्म आपका इंतजार कर रहे हैं। खुद के बारे में अपनी आंतरिक सोच को मेरे पिता पर थोपना भी आपको नहीं बचा पाएगा। सप्रेम और झप्पी के साथ” | उसके बाद राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए अपने पिता राजीव गाँधी को शहीद कहा था। इस पर 84 के पीड़ितों ने राहुल गाँधी को पत्र लिख कर चेतावनी दी है कि अगर वे शहीद वाला बयान वापस नहीं लेते है तो उनका पूरे देश, दुनिया में विरोध होगा
पीड़ितो ने पत्र में लिखा “आपके द्वारा कल मीडिया में दिए गए एक बयान में राजीव गाँधी को शहीद कहा गया | राहुल जी सारा देश जानता है की राजीव गाँधी 1984 कत्लेआम के दोषी हैं | 10,000 सिखों की हत्या के लिए सिख समाज कभी भी राजीव गाँधी को माफ़ नहीं कर सकता | राजीव गाँधी ने न सिर्फ हत्याएं करवाई बल्कि उन हत्याओं के दोषी जगदीश टाइटलर , सज्जन कुमार , कमलनाथ को इनाम में मंत्री व सांसद भी बनाया। उस हत्याकांड को जायज़ ठहराते हुए ये भी कहा कि “जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है”| ऐसे हत्यारे व्यक्ति को शहीद कहना इस देश के लिए बलिदान देने वाले शहीदों का अपमान है | आपका बयान शर्मनाक है और देश के शहीदों को अपमानित करने वाला है | अगर आप इस बयान को वापिस नहीं लेते तो देश और दुनिया भर में आपको सिखों का और पूरे देश का विरोध झेलना पड़ेगा” |