पैसा कमाने की मजबूरी में दो लड़कियां बनी हज्जाम, शेविंग कराने पहुंचे क्रिकेट के भगवान
उत्तर प्रदेश के बनवारी टोला गांव की नेहा और ज्योति अपने पिता के बीमार होने के बाद पैसा कमाने की मजबूरी में हज्जाम बन गयी | दोनों के लिए यह सफर आसान नहीं था क्योंकि शुरू में लोग महिला हज्जाम से दाढ़ी बाल नही बनवाते थे| जिलेट इंडिया के विज्ञापन में उनकी प्रेरणादायी कहानी को उजागर किया गया, जिसे लोगों ने बेतहाशा पसंद किया| इस विज्ञापन को यू-ट्यूब को 1.60 करोड़ लोग देख चुके हैं | नेहा और ज्योति के लिए सबसे ख़ुशी का पल वो रहा जब खुद क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर उनसे शेविंग करवाने पहुंचे | जिलेट इंडिया के विज्ञापन में उनकी प्रेरणादायी कहानी को उजागर किया गया| जिसके बाद ही सचिन तेंदुलकर को इन दोनों लड़कियों के बारे में पता लगा। उन्होंने इनसे शेविंग करवायी |
वैसे तो भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के नाम पर क्रिकेट के मैदान में पहले ही कई रिकॉर्ड दर्ज हैं, लेकिन महिला हज्जाम नेहा और ज्योति से ‘पहली बार दाढ़ी बनवाना’ निश्चित रूप से उनके लिए गर्व का क्षण रहा | तेंदुलकर ने इसे अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया | उन्होंने लिखा, ‘आप शायद इसे नहीं जानते, लेकिन मैंने कभी भी किसी से शेव नहीं बनवाई | आज यह रिकॉर्ड टूट गया | इन महिला हज्जाम से मिलना सम्मान की बात है |’ तेंदुलकर ने ऐसा भारत में मौजूद लिंग संबंधित रुढ़िवादिता को तोड़ने में योगदान देने के लिए किया | इस पेशे में अभी तक पुरुषों का ही वर्चस्व माना जाता रहा है, लेकिन उत्तर प्रदेश की बनवारी टोला गांव की नेहा और ज्योति ने अपने पिता के बीमार होने के बाद 2014 में उनकी जिम्मेदारी संभालने का फैसला किया |
तेंदुलकर ने इन दोनों को जिलेट स्कालरशिप भी प्रदान की जिनमें उनकी शैक्षिक और प्रोफेशनल जरूरतों को पूरा किया जायेगा |