जानिए उत्तर प्रदेश के 5 जिलों में लॉकडाउन लगेगा या नहीं।
जानिए उत्तर प्रदेश के 5 जिलों में लॉकडाउन लगेगा या नहीं
यूपी सरकार ने लखनऊ समेत यूपी के पांच जिले में संपूर्ण लॉकडाउन को सिरे से खारिज कर दिया है. लेकिन, हाईकोर्ट के 26 अप्रैल तक लॉकडाउन के आदेश के बाद से ही बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. हाईकोर्ट के आदेश के बाद बाजार में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. सब्जी से लेकर किराना और शराब की दुकानों पर भी लोग पेटी-पेटी शराब खरीदने के लिए उमड़ पड़े.
लखनऊ समेत यूपी के पांच जिलों में जैसे ही 26 अप्रैल तक संपूर्ण लॉकडाउन का आदेश आया, वैसे ही अचानक पांच शहरों की सड़कों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. ऑफिस और घरों के बाहर निकले नौकरीपेशा लोगों सहित घर में बैठे लोग भी सड़क पर रोजमर्रा की जरूरत के सामानों को खरीदने के लिए उमड़ पड़े. लोगों को हाईकोर्ट के आदेश और रात 10 बजे के बाद 26 अप्रैल तक लॉकडाउन लगने की जानकारी क्या हुई. वे जैसे-तैसे बाजार की ओर निकल पड़े.
कोई सब्जी के ठेलों, तो कोई किराना की दुकान और कोई शराब की दुकान की ओर दौड़ पड़ा. आरसी गुप्ता और कपिल गुप्ता पेट्रोल डलवाने के लिए आए हैं. वे बताते हैं कि बाइक में पेट्रोल डलवाने के लिए आए हैं. लॉकडाउन की सूचना मिली है. बलवंत सिंह और नवीन कुमार यादव सब्जी खरीदने के लिए आए हैं. वे कहते हैं लॉकडाउन की सूचना के बाद अचानक बाजार में भीड़ आ गई है. वे कहते हैं कि लोगों की ओर से लापरवाही भी बरती जा रही है. बहुत से लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं. लॉकडाउन के वे पक्षधर हैं.
वहीं मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर के शास्त्रीचौक पर लगने वाले सब्जी बाजार में. यहां पर सब्जी खरीदने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है. ऐसा लग रहा है, जैसे किसी को दाम की परवाह नहीं है. बस जैसे-तैसे जो भी सब्जियां मिल जा रही हैं. वो बस खरीद लो. यही हाल बेतियाहाता और रीढ़ साहब धर्मशाला और धर्मशाला की सब्जी मंडियों में रहा. यहां भी लोग औने-पौने दाम पर सब्जियां खरीदते हुए दिखाई दिए. सतीश आर्या बताते हैं कि 26 तक लॉकडाउन लगेगा. एक हफ्ता कुछ नहीं मिलेगा, तो खाएंगे क्या. एक सप्ताह का कोटा ले रहे हैं.
किराना की दुकानों पर भी काफी भीड़ उमड़ पड़ी है. ऐसे में लोग बाजार की ओर भाग रहे हैं. गोरखपुर के धर्मशाला बाजार में किराना की दुकान चलाने वाले अभिमन्यु जायसवाल बताते हैं कि सुनने में आया है कि 26 अप्रैल तक लॉक डाउन है. भीड़ के नाते कई कस्टमर को वापस लौटा दिया गया है. लॉकडाउन के डर से लोग सामान खरीदने के लिए दुकान पर उमड़ पड़े हैं. अचानक से आई इतनी भीड़ की वजह से लोगों को लौटाना पड़ रहा है.
शराब की दुकान पर ऐसा लग रहा है, जैसे शराब मुफ्त में मिल रही है. ब्रांड और कीमत की लोगों को परवाह ही नहीं है. वैश्विक महामारी की चिंता छोडि़ए, बस पसंदीदा ब्रांड कितने भी दाम पर मिल जाए. यहां पर तो पेटियों की पेटियां शराब लोग खरीदकर ले जा रहे हैं. लॉक डाउन का खौफ कहें या फिर शराब की लत. शराब पीने का आदी हर कोई यहां पर उमड़ पड़ा है. यही हाल सिविल लाइन्स स्थित मॉडल शॉप पर भी देखने को मिला. यहां पर भी शराब खरीदने के लिए लोगों की लंबी कतार नजर आ रही है. पेटियां की पेटियां शराब लोग खरीदकर ले जा रहे हैं. ब्रांड और दाम की परवाह किसी को भी नहीं है.
फिलहाल आपको बता दें कि सरकार ने लॉकडाउन लगाने के फैसले से अभी इनकार कर दिया है सरकार के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल बताते हैं कि सरकार का यह कहना है कि माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में यूपी सरकार के प्रवक्ता ने अवगत कराया है कि प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़े है, और सख्ती कोरोना के नियंत्रण के लिए आवश्यक है, सरकार ने कई कदम उठाए है, आगे भी सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, जीवन बचाने के साथ गरीबों की आजीविका भी बचानी है, अतः शहरों मे समपूर्ण लॉक डाउन अभी नही लगेगा, लोग स्वतः स्फूर्ति से भाव से कई जगह बंदी कर रहे है।