एनसीपी की डूबती नैया को बचाने के लिए अब शरद पवार ने संभाली कमान, ये रही रणनीति
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महाराष्ट्र में अपनी खोई हुई सियासी जमीन को वापस पाने के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad pawar) राज्य के दौरे पर निकले | एनसीपी के कई नेता पार्टी छोड़कर दूसरे दलों का दामन थाम रहे हैं | ऐसे में शरद पवार अपने महाराष्ट्र के दौरे के जरिए आगामी विधानसभा चुनाव में एनसीपी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश में हैं |
शरद पवार अपनी यात्रा के पहले चरण में करेंगे इन जिलों का दौरा
शरद पवार (Sharad pawar) अपनी यात्रा के पहले चरण में दस जिलों का दौरा करेंगे | इनमें सोलापुर, उस्मानाबाद, बीड, लातूर, हिंगोली, परभणी, जालना, औरंगाबाद, अहमदनगर और सतारा शामिल हैं | ये जिले एक दौर में एनसीपी का मजबूत गढ़ माने जाते थे, 2014 के बाद बीजेपी ने इन जिलों में मजबूत पकड़ बनाई है | महाराष्ट्र की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए शरद पवार का दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है | इस दौरे के जरिए पवार एनसीपी के प्रति निष्ठावान बने जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करके उनके मनोबल को बढ़ाने का काम करेंगे | इस बार का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पवार और उनकी पार्टी एनसीपी के लिए सबसे मुश्किल लग रहा है |
क्या एनसीपी को दोबारा से खड़ा कर पाएंगे
हालांकि इससे पहले पवार ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान महाराष्ट्र में करीब 80 रैलियों को संबोधित किया था | इतनी ही सीटें उसे 2014 में भी मिली थीं | इसके बावजूद एनसीपी महज चार संसदीय सीटें ही जीत सकी थी | ऐसे में सवाल है कि विधानसभा चुनाव से पहले पवार राज्य का दौर करके क्या एनसीपी को दोबारा से खड़ा कर पाएंगे |
इन पार्टियों के साथ मिलकर लड़ेगी एनसीपी आगामी विधानसभा चुनाव
एनसीपी आगामी विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी और कुछ अन्य दलों के साथ मिलकर लड़ रही है | कांग्रेस-एनसीपी के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूल तय हो गया है | कांग्रेस और एनसीपी ने 125-125 सीटों पर लड़ने का फैसला किया है और बाकी बची सीटों पर अन्य सहयोगी पार्टियां लड़ेंगी |