“अनिल विज का बयान:अगर चाहूं, तो नौकरियां खा जाऊं”

अनिल विज ने विधानसभा चुनाव के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वह पहले छह बार चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन इस बार उन्हें सबसे ज्यादा आनंद आ रहा है।

अनिल विज का बयान: चुनावी राजनीति और अफसरों की भूमिका

अनिल विज चुनाव में आनंद की अनुभूति

हरियाणा के परिवहन, ऊर्जा और श्रम मंत्री अनिल विज ने विधानसभा चुनाव के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वह पहले छह बार चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन इस बार उन्हें सबसे ज्यादा आनंद आ रहा है। उन्होंने इस चुनाव को न केवल दो पार्टियों के बीच की लड़ाई बताया, बल्कि इसे भ्रम की राजनीति से भी जोड़ा।

भ्रम फैलाने का आरोप

अनिल विज ने नायब सिंह सैनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे चाहते थे कि वह चुनाव हारें। विज के अनुसार, ऐसी चर्चाएं फैलाई गईं कि उनका टिकट भी कट सकता है। यह सभी बातें उन्हें चुनावी रणनीति का हिस्सा लगीं, जो सिर्फ राजनीतिक चालबाज़ी थी।

अफसरों की भूमिका

विज ने स्पष्ट किया कि इस भ्रम की राजनीति में कुछ अफसर भी शामिल हो गए थे। उन्होंने कहा, “मैंने स्वयं देखा कि अफसरशाही ने इस मामले में अपनी भूमिका निभाई।” उनके अनुसार, यह राजनीतिक खेल न केवल नेताओं के बीच है, बल्कि इसमें कुछ प्रशासनिक तत्व भी शामिल हैं, जो चुनावी माहौल को प्रभावित कर रहे हैं।

फुटओवर एस्केलेटर ब्रिज का उद्घाटन

सोमवार को अनिल विज ने अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल के सामने बने फुटओवर एस्केलेटर ब्रिज का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने अपनी बातें साझा कीं और जनता को यह विश्वास दिलाया कि उनकी सेवाएं हमेशा लोगों के हित में रहेंगी।

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अनिल विज का बयान स्पष्ट करता है कि चुनावी राजनीति में कई पहलू होते हैं, जिनमें अफसरशाही और भ्रम फैलाने वाली रणनीतियां शामिल हैं। उनकी टिप्पणी न केवल उनकी राजनीतिक स्थिति को स्पष्ट करती है, बल्कि हरियाणा की राजनीतिक परिप्रेक्ष्य को भी उजागर करती है। विज का मानना है कि इस तरह की रणनीतियों के बावजूद, जनता की सेवा हमेशा प्राथमिकता रहनी चाहिए।

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