अखिलेश यादव की मेहरबानी से 10 सांसद जिताने वाली माया को हारते ही आई EVM की याद
ईवीएम का जिन्न एक बार फिर जिंदा हो गया है….फिर से हार का ठीकरा ईवीएम के सिर फोड़ा जा रहा है | यूपी के हमीरपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मायावती की पार्टी तीसरे नंबर पर क्या आई मायावती ने हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ दिया | मगर सवाल इस बात का है क्या 2019 के लोकसभा चुनाव में ईवीएम ठीक चल रहा था | जहां मायावती को अखिलेश की मेहरबानी से 10 लोकसभा सीटें मिली तो माया ने उफ्फ तक नहीं किया | मगर जैसे ही अकेले चुनाव लड़ी दाल आटे का भाव पता चला तो हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ दिया |
बसपा सुप्रीमों मायावती का पहला ट्वीट !
आपको बता दे कि हमीरपुर में हुए उपचुनाव में मायावती की पार्टी के उम्मीदवार तीसरे नंबर पर रहे उन्हें सिर्फ 28798 वोट मिले | वोट शेयर सिर्फ 14.92 का रहा | इसी को लेकर मायावती इतना हो हल्ला कर रही है | माया ने तूफान खड़ा कर दिया है | उन्हें ईवीएम में धांधली नजर आ रही है | इसको लेकेर मायावती ने ट्वीट कर कहा, “बीजेपी द्वारा ईवीएम आदि की धांधली से चुनाव परिणाम को प्रभावित करने का क्रम यूपी के हमीरपुर विधानसभा उपचुनाव में भी जारी रहा | जबकि बारिश के कारण इनके वोटर निकले ही नहीं थे, यह सभी जानते हैं | अगर इनकी नीयत में खोट नहीं था तो सभी 12 सीटों पर एकसाथ उपचुनाव क्यों नहीं कराया गया?
बसपा सुप्रीमों मायावती का दूसरा ट्वीट !
वहीं दूसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा है कि ”हमीरपुर उपचुनाव में बीएसपी को धांधली के तहत तीसरे नम्बर पर ढकेल कर अब अन्य 11 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के मनोबल को गिराने की साजिश है, जो कतई सफल नहीं होने वाला है | बीएसपी जनसहयोग से इस नियोजित षडयंत्र का मुंहतोड़ जवाब जरूर देगी |”
बसपा सुप्रीमों मायावती का तीसरा ट्वीट !
वहीं तीसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा, ” साथ ही, बसपा के लोगों से अपील है कि वह हमीरपुर के एक परिणाम से कत्तई मायूस न हों बल्कि और ज्यादा तैयारियों के साथ अगले महीने होने वाले विधानसभा उपचुनावों के लिए पूरे जी-जान से काम करें ताकि ऐसी साजिशों को नाकाम किया जा सके. ईवीएम की रखवाली पर भी कड़ी नजर जरूर रखें |’’
आपको बता दे कि हमीरपुर विधानसभा सीट पर हुए उप चुनाव में बीजेपी के युवराज सिंह विजयी हुये हैं और उन्होंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार मनोज कुमार प्रजापति को करीब 17 हजार 846 वोटों से हराया है | बीजेपी के युवराज सिंह को कुल 74409 मिले | वोट शेयर के हिसाब से ये 38.55 फीसदी है | वहीं समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को 56542 वोट मिले जो 29.29 फीसदी वोट शेयर है | बीएसपी के उम्मीदवार को 14.92 वोट शेयर के साथ कुल 28798 वोट मिले | वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार ने 8.34 वोट शेयर के साथ कुल 16097 वोट हासिल किए |
सपा और बसपा मिलकर चुनाव लड़ते तो यहां उनका वोट शेयर बीजेपी से ज्यादा होता !
मगर यहां एक सवाल ये भी है कि अगर सपा और बसपा मिलकर चुनाव लड़ते तो यहां उनका वोट शेयर बीजेपी से ज्यादा होता | मतलब गठबंधन के जरिए इस सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार को हराया जा सकता था | मगर गठबंधन तोड़ने की पहल बसपा ने की और सपा पर सहयोग न करने का आरोप लगाया। इसके बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए। लोकसभा की जंग के बाद पहली चुनावी परीक्षा इसी हमीरपुर विधानसभा सीट पर ही थी | जिसमें मायावती बुरी तरह से फेल हो गई हैं | उन्हें एसहसास हो गया है कि जो लोकसभा में उन्हें जीत मिली उसमें समाजवादी पार्टी का बड़ा योगदान था | शायद ये एहसास माया को हो गया है | इसीलिए हार की खींच मिटाने के लिए ईवीएम पर ठीकरा फोड़ रही है |