चिडि़याघर के रेंजर और गार्ड पर पीटने का आरोप

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के 28 मार्च को लोकार्पण के तीन दिन बाद ही शहीद अशफाक उल्‍ला खां प्राणि उद्यान विवाद की स्थिति उत्‍पन्‍न हो गई. चिडि़याघर के बाहर बेतरतीब वाहनों के खड़े होने से अव्‍यवस्‍था की आसपास के लोगों की शिकायत के बाद पहुंचे पार्षद प्रतिनिधि ने रेंजर और गार्ड के ऊपर उलझने का आरोप लगा. इस बीच पार्षद प्रतिनिधि के पक्ष में जुटे सैकड़ों लोगों की भीड़ से घबराए गार्ड की लोड बंदूक उसके हाथ से छूटकर जमीन पर गिरने से उसके दाहिने पैर के पंजे में गोली लग गई.

 

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने 28 मार्च के शहीद अशफाक उल्‍ला खां प्राणि उद्यान जनता को समर्पित किया. उन्‍होंने होली के पहले पूर्वांचलवासियों को चिडि़याघर का तोहफा देने के साथ यहां पर सुंदरता और शांतिप्रिय वातावरण भी बनाने की अपील की थी. लेकिन, लोकार्पण के तीसरे दिन ही यहां पर विवाद हो गया. विवाद के बाद आसपास के लोग पार्षद प्रतिनिधि की पिटाई की सूचना मिलने के बाद चिडि़याघर के बाहर सैकड़ों की संख्‍या में जमा हो गए और चक्‍‍‍‍काजाम कर दिया. बुधवार को चिडि़याघर के बाहर वाहन लगाने से हो रही अव्‍यवस्‍था की मोहल्‍ले के लोगों की ओर से मिली शिकायत के बाद पार्षद प्रति‍निधि अरविंद निषाद वहां पर पहुंचे. वे भाजपा के वार्ड अध्‍यक्ष भी हैं.

 

अरविंद निषाद ने बताया कि चिडि़याघर के बाहर वाहन और भीड़ लगने से हो रही असुविधा की शिकायत के बाद वे वहां पर पहुंचे. उन्‍होंने शिकायत को सही पाया. वहां पर भीड़ काफी लगी हुई थी. वहां पर उन्‍होंने साइड में वाहनों को लगाने की अपील की. इसी बीच रेंजर आए. पार्षद प्रतिनिधि अरविंद निषाद का आरोप है कि वे नशे में थे. उनका परिचय पूछने पर उन्‍होंने बताया कि वे पार्षद प्रतिनिधि हैं. आरोप है कि व्‍यवस्‍था को दुरुस्‍त करने की बात कहने पर रेंजर सुनील राव ने उनका कालर पकड़ लिया और लाठी-डंडे से उन्‍हें पीटने लगा.

 

अरविंद ने बताया कि उनके साथ एक स‍िपाही अभिषेक और आजाद भी थे. इसके अलावा अन्‍य लोगों का वे नाम नहीं जानते हैं. अरविंद का आरोप है कि तीनों लाठी-डंडे से उन्‍हें मारने पीटने लगे. परिचय देने के बाद भी उन्‍हें लाठी-डंडे से मारते रहे. उसके बाद स्‍थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. उन्‍होंने बताया कि रामगढ़ताल थाने पर उन्‍होंने तहरीर दे दी है. लेकिन, अभी उनका मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है. न ही आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. उन्‍होंने कहा कि उनकी गिरफ्तारी और निलंबन नहीं हुआ, तब तक वे चुप नहीं बैठेंगे.

 

शहीद अशफाक उल्‍ला खां प्राणि के निदेशक डा. एच. राजामोहन ने बताया कि पार्किंग को लेकर कुछ लोगों से विवाद हुआ है. इसमें उनके रेंजर गए और विवाद ज्‍यादा हो गया. रामगढ़ताल पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. इसकी पड़ताल की जा रही है. इसके साथ ही जानकारी भी जुटाई जा रही है कि किसकी ओर से गलती हुई है. उन्‍होंने कहा कि जहां तक गार्ड की बंदूक से गोली चलने का सवाल है. वे ट्रेंड होते हैं. सैनिक कल्‍याण बोर्ड से वार्ता के बाद एक्‍पर्ट गार्ड को ड्यूटी पर लगाया जाएगा.

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