योगी के मंत्री सतीश महाना का दावा- 2022 में समाजवादी पार्टी को मिलेगी मात्र इतना सीटे
इटावा. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के औधौगिक विकास मंत्री सतीश महाना (Satish Mahana) ने दावा किया है कि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) सत्ता में आने का प्रचार भले ही कर रही हो, लेकिन 2022 विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) में उन्हें मात्र 22 सीटें मिलने के हालात बन रहे है. महाना बकेवर के राजमाता गेस्टहाउस में बीजेपी के बूथ सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. सपा प्रमुख के 22 मे बाईसिकल नारे पर तंज सकते हुए महाना ने कहा कि सपा प्रमुख के इस नारे से स्पष्ट हो रहा है कि सपा मात्र 22 सीटो तक ही सिमट जायेगी.
सतीश महाना ने कहा कि 2022 के चुनाव में बीजेपी की 2017 से भी अधिक सीटें आएंगी. उन्होंने पहले सपा, फिर कांग्रेस व बसपा पर भी जमकर हमला बोला. कांग्रेस को इनोवा पार्टी बताने में भी वो नहीं चूके, तो सपा को 2022 के चुनाव में मात्र 22 सीट मिलने का दावा किया. प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस जब अकेले लड़े तब भी हराया, सपा और बसपा जब मिलकर लड़े तब भी हराया. पहले भी हराया और फिर हराएंगे.
राम नाम से दूर भागने वाले आज दर्शन करने जा रहे
उन्होंने कहा कि राम नाम से जो पार्टियों कांपती थीं, आज मोदी की बदौलत वह राम नाम के दर्शन करने अयोध्या जा रहे है. ये भाजपा की और मोदी की देन है कि जो राम के नाम से दूर भागते थे, वह आज राम के दर्शन कर रहे हैं. इटावा में मिलकर लड़ने पर नारा देते थे, हवा में उड़ गए जय श्रीराम, आज वही राम के दर्शन करने अयोध्या तक जा रहे हैं. उन्होने कहा कि पिछले 7 सालों में देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो कार्य और पिछले 4 साल में प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी ने जो विकास किए हैं, वह भारत के इतिहास में आज तक कभी नहीं हुए हैं. यह बेजोड़ मिसाल है और इस प्रदेश और देश की जनता इस चीज को भलीभांति जान गई है.
सपा-बसपा पारिवारिक पार्टियां
उन्होंने समाजवादी पार्टी और बसपा को एक परिवारिक पार्टियां करार दिया. उन्होंने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस इनोवा कार वाली पार्टी बन गयी थी. मात्र सात विधायक कांग्रेस के थे. अब 2022 के चुनाव में कांग्रेस नैनो कार वाली पार्टी बन जाएगी. दो सांसद थे प्रदेश में इस बार एक भी नहीं होगा. वहीं 2022 के चुनाव में कांग्रेस नैनो कार में आ जाएगी. इटावा के लोग इस बात को जान चुके हैं. सपा और बसपा तो एक पारिवार को पार्टी हैं