सरकारी नौकरी को लेकर योगी के मंत्री ने दिया ये बयान, युवा को कही ये बात
निजी क्षेत्र को भी ज्यादा तरजीह दे
मेरठ. उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकारी क्षेत्र की बजाय निजी क्षेत्र में आगे बढ़ने के अवसर ज्यादा है। इसलिये युवा सरकारी नौकरियों के साथ ही निजी क्षेत्र को भी ज्यादा तरजीह दे। यह बातें उन्होंने मेरठ के गंगानगर स्थित आईआईएमटी यूनिवर्सिटी में आयोजित रोजगार मेले में कही। मौर्य ने कहा कि पिछली सरकार ने 1.83 लाख युवाओं को रोजगार दिया था, जबकि योगी सरकार अब तक 5 लाख युवाओं को नौकरी दे चुकी है और अभी एक लाख युवाओं को और नौकरी दी जाएगी। मौर्य ने कहा कि युवा चिंतित न हो, सरकार उनके साथ है।
निजी क्षेत्र में अपार संभावनाएं
आपका बता दे कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने बोला कि सरकारी क्षेत्रों में पद बहुत सीमित होते हैं. सरकारी पदों के सापेक्ष पढ़े लिखे नौजवानों की एक लंबी फौज है. चाहकर सभी को सरकारी पदों के सापेक्ष समाजोयित नहीं किया जा सकता. लेकिन निजी क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि आज जो भी प्रतिभाशाली युवक है सरकारी क्षेत्र की बजाए निजी क्षेत्र को प्राथमिकता ज्यादा देता है. क्योंकि निजी क्षेत्र में प्रतिभा के अऩुसार आगे बढ़ने का मौका मिलता है. आप जितनी मेहनत करेंगे आपका परफॉरमेंस जितना बेहतर होगा उसके मुताबिक गुणात्मक ढंग से आपके वेतन की वृद्धि होती है. लेकिन सरकारी क्षेत्र में एक तो सीमित पद है और वहां की बंधी हुई तनख्वाह है. आप कितना भी हार्ड वर्क करोगे मिलेगा आपको उतना ही, लेकिन निजी क्षेत्र में आज जितना हार्ड वर्क करोगे आपको आगे बढ़ने का मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि तमाम ऐसे लोगो का जीवन परिचय अगर देखे तो कभी सामान्य व्यवसाय से जुड़े थे. मूंगफली बेचने वाला भी अरबति बन गया. छोटे काम करने वाली इंड्रस्टलिस्ट हो गए. जो कल तक सड़क पर ज़िन्दगी जा रहा था वो अरबों में खेल रहा है.
श्रमिकों के बेटियों की शादी वीआईपी तरीके से
मौजूदा समय में एक गरीब श्रमिक की बेटी की शादी भी वीआइपी तरीके से सामूहिक विवाह के तहत होती है. अयोध्या, गाजियाबाद व लखनऊ में श्रमिकों की बेटियों के सामूहिक विवाह हुए. जिसमें मुख्यमंत्री से लेकर अन्य विभागों के मंत्री व विधायकगण शामिल हुए. मंत्री आइआइएमटी विवि में आयोजित दो दिवसीय वृहद रोजगार मेले में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे. मंत्री उस वक्त थोड़ा असहज हो गए जब पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक दिव्यांग नौकरी न मिलने कि बात कहने लगा. हालांकि मंत्री ने कहा कि उसे उसकी प्रतिभा के अनुसार नौकरी ज़रुर मिलेगी.