योगी सरकार 2.0 बनी रिश्वतखोरों की दुश्मन, एक फोन कॉल से मिल गई नौकरी
योगी सरकार 2.0 में रिश्वतखोरों पर गिरी गाज,एक फोन कॉल पर मिली नौकरी
मेरठ: यूपी में योगी सरकार 2.0 रिश्वतखोरी के मामले में काफी सख्त हो गई है. इसका पहला उदाहरण मेरठ में देखने को मिला है जहां रिश्वतखोरी के मामले में शिकायत होने पर तत्काल कार्रवाई की गई व 3 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया. वहीं पीड़िता की मानें तो सीएम योगी ने उनकी शिकायत का तत्काल संज्ञान लिया और इसका निपटारा भी किया. जिसके लिए उन्होंने ‘थैंक्यू सीएम‘ कहा है.
प्रवक्ता पद पर अपॉइंटमेंट देने के लिए मांगी जा रही रिश्वत
इस मामले में मेरठ के थाना लालकुर्ती क्षेत्र के भागीरथी आर्य कन्या इंटर कॉलेज का है जहां प्रवक्ता पद पर अपॉइंटमेंट देने के लिए महिला प्रवक्ता को पिछले 4 महीने से चक्कर कटवाए जा रहे थे. इतना ही नहीं ज्वॉइनिंग के नाम पर उससे 3 महीने के वेतन के बराबर रिश्वत भी मांगी गई.
3 लोगों पर हुई एफआईआर
जब महिला प्रवक्ता हताश हो गई तो उसने सीएम पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज कराई. जहां से रिश्वतखोरी के मामले में प्रबंधक, प्रधानाचार्य व क्लर्क के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए.
केस दर्ज कर शुरू की जांच
कमिश्नर व एसएसपी के हस्तक्षेप के बाद इस मामले में थाना लाल कुर्ती में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया और अब आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है. वहीं महिला प्रवक्ता को तत्काल ज्वॉइनिंग कर्रवाई गई और अब वह कॉलेज में अपने काम को अच्छी तरह से निभा रही हैं. पीड़िता ने जब संगीता सोलंकी से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पर उन्हें पहले से विश्वास था. समस्या का तत्काल निपटारा किया गया जिसके लिए उन्होंने सीएम को ‘थैंक यू’ भी कहा है.