अलीगढ़ में योगी ने की कोरोना प्रबंधन की समीक्षा
अलीगढ़, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (अमुवि) का दौरा किया और अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले में कोरोना प्रबंधन की समीक्षा की।
योगी के मौजूदा कार्यकाल में यह पहला अवसर है जब उन्होने अमुवि का दौरा किया है। पूर्व निधार्रित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री करीब 1050 बजे विश्वविद्यालय परिसर में स्थित हैलीपैड पर उतरे जहां से वह कोविड कमांड सेंटर का निरीक्षण करने के लिये कलेक्ट्रेट रवाना हो गये। बाद में उन्होने अमुवि जे एन मेडिकल कालेज के सभागार में अलीगढ़ मंडल के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और जरूरी दिशा निर्देश दिये।
उन्होने कहा कि कोविड वैक्सीन कोरोना से बचाव का अभेद्य सुरक्षा चक्र है जिस पर कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं। वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है और हर किसी को वैक्सीन लगवानी चाहिये जिससे संक्रमण के प्रभाव से बचा जा सके। वैक्सीनेशन के साथ संक्रमण को रोकना भी प्राथमिकता है, इसके लिए वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाए जा सकते हैं। सरकार के लिये हर जान कीमती है, इसलिए सभी की जान बचानी है।
उन्होने कोविड अस्पतालों में मरीजों के उपचार पर खास ध्यान देने की अपेक्षा करते हुये कहा कि कोरोना संदिग्धों की जांच का घेरा व्यापक करना होगा और रिपोर्ट मिलने का समय कम करना होगा ताकि संक्रमितों की जल्द पहचान कर उनका इलाज समय से शुरू किया जा सके। टेलीमेडिसिन पर विशेष जोर दिया जाए, होम आइसोलेट हुए मरीजों का राेज हाल लिया जाए। इसके लिए फोन काल की संख्या निरंतर बढ़नी चाहिए। होम आइसोलेशन पर जोर देते हुए कहा कि होम आइसोलेशन की सुविधा उन्हीं को दी जाए जिनके घरों में अलग से पर्याप्त व्यवस्था हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी शव को नदी में न डाला जाए बल्कि धर्म के अनुसार उसका अंतिम संस्कार किया जाये। नदियों को प्रदूषण मुक्त रखने के लिये जानवरों तक के शव को नदियों में प्रवाहित करने में मनाही है। एएमयू कोरोना संक्रमितों के इलाज में बेहतर काम कर रहा है, सरकार की ओर से पूरी मदद की जाएगी।
बैठक के बाद श्री योगी मथुरा के लिये रवाना हो गये जहां वह कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करेंगे।
गौरतलब है कि अमुवि वर्ष 1920 में सर सैयद अहमद खान द्वारा स्थापित किया गया था। वर्ष 1921 में संसद के एक अधिनियम के माध्यम से इसे केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया। उसके बाद से यह पहला मौका है जब इस विश्वविद्यालय में सूबे के मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ यहां आये हैं।
अलीगढ़ के एएमयू में बीते दिनों 16 चिकित्सक एवं कर्मचारियों का निधन हुआ जिसमें 10 का निधन कोरोना संक्रमण के कारण कैंपस में हुआ। चार लोगों की मृत्यु अन्य बीमारी से हुई और दो लोगों का निधन दिल्ली में हुआ। विवि से जुड़े इतने लोगों के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संवेदना दिखाकर विश्वविद्यालय के कुलपति से बात की थी। यहां पहुंचने के पहले मुख्यमंत्री ने दो बार विश्वविद्यालय के कुलपति से फोन पर बात कर विश्वविद्यालय को जीवन रक्षक दवाई तथा आक्सीजन मुहैया कराई। उन्होेने कुलपति को कोरोना संक्रमित लोगों के इलाज को लेकर हर तरह का सहयोग तथा मदद करने का आश्वासन भी दिया था। इसके बाद आज खुद मुख्यमंत्री ने एएमयू जाने का फैसला किया।