ऐसे बनेगा बुंदेलखंड और गोरखपुर एक्सप्रेस वे, योगी सरकार ने किए कई महत्वपूर्ण ऐलान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सोमवार को लोकभवन में मंत्रिमंडल की बैठक में 13 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लगी। बैठक में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस के निर्माण के लिए निर्माणकर्ताओं के चयन के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया है। इन दोनों परियोजनाओं से करीब 60 हजार लोगों को नौकरी मिलेगी।
मंत्रिमंडल बैठक शुरू होते ही सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या फैसले पर प्रदेश में शांति व्यवस्था में सहयोग के लिये मुख्यमंत्री ने सबको बधाई दी। मंत्रिमंडल सदस्यों ने प्रदेश में इस दौरान अमन-चैन और शांति व्यवस्था बने रहने पर मुख्यमंत्री को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को भी उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
बैठक के बाद राज्य सरकार के प्रवक्ता और प्रदेश सरकार के मंत्री श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थ नाथ सिंह, नीलकंठ तिवारी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे परियोजना छह चरणों और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजना दो चरणों में पूरी होगी।
बैठक में यूपी नगर पालिका नियमावली-2019 को मंजूरी मिल गई है। अभी तक नगर निगम सम्पति उपविधि से ही नगर पालिका और नगर पंचायत में कर वसूला जाता था। अब इनकी अलग नियमावली होगी। एक महीने में ड्राफ्ट जारी होगा और आपत्तियां ली जाएंगी।
बाद में जारी सरकारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि मेरठ में 765 और सिंभावली में बन रहे 400 केवी ट्रांसमिशन के कार्य को निजी कम्पनियों से कराए जाने को मंजूरी मिल गई है। इसके लिए तीन निविदा आई थीं। पॉवर ग्रिड को 115 करोड़ रुपये के प्रस्ताव के आधार पर काम दिया गया। 2021 तक इसका कार्य पूरा हो जाएगा।
रामपुर और सम्भल में 765 और 400 केवी की ट्रांसमिशन लाइन का काम भी पॉवर ग्रिड को देने को मंजूरी मिली है। 2021 तक यह काम भी पूरा हो जाएगा। पश्चिमी यूपी के 13 जिले इससे लाभान्वित होंगे। रोस्टिंग और ओवरलोडिंग की समस्या से निजात मिलेगी। दोनों ही परियोजना पीपीपी मॉडल पर होंगी।