भ्रष्टाचार पर योगी की ताबड़तोड़ कार्यवाही, इन इन अधिकारियों का नंबर आया
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ ताबड़तोड़ एक्शन लेने शुरू कर दिए हैं | गुरुवार को सात पीपीएस अफसरों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई | अब खबर है कि सीएम योगी ने 25 और अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति की संस्तुति कर दी है |
बता दें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार करते हुए प्रांतीय पुलिस सेवा (पीपीएस) अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की है | मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीजीपी ओपी सिंह ने बड़ा एक्शन लेते हुए 7 पीपीएस अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्त दे दी है | वित्तीय हस्तपुस्तिका खण्ड-2, भाग-2 से 4 तक में दिए गए अद्यावधिक संशोधित फण्डामेंटल रूल, 56 के खण्ड (सी) के अधिकारों के अन्तर्गत सरकारी सेवाओं में दक्षता सुनिश्चित करने के लिए प्रान्तीय सेवा संवर्ग के 7 पुलिस अधीक्षकों व सहायक सेनानायकों (जिनकी उम्र 31-03-2019 को 50 वर्ष अथवा इससे अधिक थी) को अनिवार्य सेवानिवृत्त किए जाने की स्क्रीनिंग कमेटी पर शासन द्वारा फैसला लेते हुए उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्त प्रदान की गई है |
पीपीएस अधिकारियों में 15वीं वाहिनी पीएसी आगरा के सहायक सेनानायक अरुण कुमार, अयोध्या के पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार राणा, आगरा के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह राना, 33वीं वाहिनी पीएसी झांसी के सहायक सेनानायक रतन कुमार यादव, 27वीं वाहिनी पीएसी सीतापुर के सहायक सेनानायक तेजवीर सिंह यादव, मुरादाबाद के मण्डलाधिकारी संतोष कुमार सिंह, 30वीं वाहिनी पीएसी गोण्डा के सहायक सेनानायक तनवीर अहमद खां को अनिवार्य सेवानिवृत्ति प्रदान की गई है |