“Yogi का बुलावा: नाराज विधायकों को साधने की नई रणनीति”
Yogi आदित्यनाथ द्वारा नाराज विधायकों को बुलाने और सार्वजनिक रूप से तस्वीर जारी करने की यह रणनीति राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में मुख्यमंत्री Yogi आदित्यनाथ की कार्यशैली हमेशा चर्चा में रहती है। हाल ही में दो विधायकों – बदलापुर से बीजेपी विधायक रमेश मिश्रा और लखीमपुरखीरी के थप्पड़ कांड से चर्चित विधायक योगेश वर्मा को योगी आदित्यनाथ के ऑफिस से बुलावा मिलने की खबर ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। यह घटनाक्रम आशीष पटेल के साथ हुए वाकये के बाद हुआ, जिससे प्रदेश की राजनीति में नए समीकरण बनने की चर्चा तेज हो गई है।
नाराज विधायक रमेश मिश्रा की कहानी
बदलापुर के विधायक रमेश मिश्रा लंबे समय से Yogi आदित्यनाथ के धुर आलोचक रहे हैं। उनकी नाराजगी इस हद तक बढ़ गई थी कि उन्होंने पार्टी की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि यदि आज चुनाव हो जाएं, तो बीजेपी के लिए जीतना मुश्किल होगा।
रमेश मिश्रा के साथ नाराजगी की शुरुआत तब हुई जब उनकी सुरक्षा घटा दी गई। बाद में काफी हंगामे के बाद सुरक्षा बहाल की गई, लेकिन तब तक उनकी नाराजगी सार्वजनिक हो चुकी थी। उन्होंने हर साल आयोजित होने वाले प्रसिद्ध बदलापुर महोत्सव में भी सीएम योगी को आमंत्रित किया, लेकिन सीएम ने न तो महोत्सव में भाग लिया और न ही मिलने का समय दिया।
हालांकि, आशीष पटेल प्रकरण के बाद कुछ बदला। सूत्रों के अनुसार, रमेश मिश्रा को खुद सीएम ऑफिस से बुलावा आया। उन्हें न केवल उचित समय दिया गया, बल्कि मुलाकात की तस्वीर भी सार्वजनिक की गई। हालांकि, तस्वीर में सीएम योगी की गंभीर भाव-भंगिमा ने इस मुलाकात की गहराई को दर्शाया।
थप्पड़ कांड के बाद चर्चित हुए योगेश वर्मा
लखीमपुरखीरी के विधायक योगेश वर्मा भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नाराज विधायकों की सूची में थे। विधानसभा के हालिया सत्र में वे इस बात की शिकायत करते पाए गए थे कि उनकी कोई सुनवाई नहीं होती। थप्पड़ कांड के कारण चर्चा में आए वर्मा का कहना था कि अब वे किस मुँह से विधानसभा जाएं।
Yogi आदित्यनाथ ने अचानक उन्हें भी बुलावा भेजा। मुलाकात के बाद उनकी तस्वीर भी जारी की गई। इससे स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब नाराज विधायकों को साधने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
आशीष पटेल प्रकरण से बदले समीकरण
राजनीतिक हलकों में इस घटनाक्रम को आशीष पटेल प्रकरण से जोड़कर देखा जा रहा है। आशीष पटेल ने हाल ही में अपनी नाराजगी जताई थी, जिसके बाद योगी आदित्यनाथ ने उनसे मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार, इस मुलाकात में आशीष पटेल का हालचाल भी पूछा गया।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब प्रदेश में बीजेपी संगठन को मजबूत करने की कवायद चल रही है। पार्टी के नाराज विधायकों को साधने की इस पहल को 2024 के चुनावी परिदृश्य की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।
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नाराजगी दूर करने की कोशिश
सीएम Yogi आदित्यनाथ द्वारा नाराज विधायकों को बुलाने और सार्वजनिक रूप से तस्वीर जारी करने की यह रणनीति राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इससे स्पष्ट है कि आगामी चुनावों के मद्देनज़र पार्टी में किसी भी तरह की नाराजगी को दूर करने की कोशिश की जा रही है। अब देखना यह होगा कि यह पहल आगामी दिनों में क्या रंग लाती है।