योगी कैबिनेट 2.0 हुई यंग, इस मंत्रिमंडल में युवा जोश के साथ दिखेगा अनुभव का बेहतरीन समीकरण
योगी कैबिनेट 2.0 यंग लोगों को मिली खास जिम्मेदारी, ये युवा चेहरें आने वाले टाइम बनेंगे भावी नेता
लखनऊ: सीएम योगी की 2022 की कैबिनेट साल 2017 की मंत्रिमंडल से यंग है. योगी के इस कैबिनेट में उम्र लगभग 55 से घटकर 53 हो गई है. योगी 52 सदस्यीय कैबिनेट में सबसे कम उम्र के मंत्री पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पोते संदीप सिंह हैं जिनकी उम्र 30 साल है. वह हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में अपने दादा की पारम्परिक सीट अतरौली से जीते हैं. जबकि योगी कैबिनेट में सबसे ज्यादा उम्र के मंत्री 70 वर्षीय डॉक्टर अरुण कुमार सक्सेना हैं, जो कि तीसरी बार बरेली से जीते हैं.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा जारी आकड़ों के अनुसार, इन कैबिनेट सदस्यों में 36 मंत्री ऐसे हैं जिनकी उम्र 40 से 60 साल के बीच में है. जबकि 16 मंत्री ऐसे हैं जिनकी उम्र 40 से 50 साल की है. वहीं, योगी कैबिनेट के 12 मंत्रियों की उम्र 60 साल से अधिक है.
जानें क्या है यंग कैबिनेट की खासियत
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार अनुभव और उम्र दोनों का खास ख्याल रखते हुए कैबिनेट को तैयार किया गया है. एक तरफ जहां अनुभवी चेहरे विकास को प्रगति देंगे, तो वहीं युवा चेहरों को भावी नेताओं के रूप में तैयार किया जाएगा. यह पूरा निर्णय भविष्य के नेतृत्व को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. इस बार जातीय समीकरण व उम्र का खास ख्याल रखा गया है. इसके अलावा कई सारे चेहरों को अच्छा प्रदर्शन न होने की वजह से हटाया भी गया है. वहीं, उम्र तजुरबा के आधार पर ही जिम्मेदारियों का वितरण भी किया जाएगा.
योगी कैबिनेट के युवा चेहरे
महज 30 साल के संदीप सिंह को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार ) नियुक्त किए गए हैं. इसके अलावा पार्टी का इकलौता मुस्लिम चेहरा 32 वर्षीय दानिश आजाद अंसारी को अल्पसंख्यक मामलों का राज्य मंत्री बनाया गया है. वहीं, हरदोई से तीसरी बार विधायक रहे 40 वर्षीय नितिन अग्रवाल को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नियुक्त किया गया. इसके अलावा दरियाबाद से जीते सतीश चंद्र शर्मा 39 साल के हैं और उन्हें भी राज्य मंत्री बनाया गया है. बिजनौर के 41 वर्षीय सोमेंद्र तोमर को अशोक कटारिया की जगह गुर्जर चेहरे के रूप में कैबिनेट में स्थान मिला है. जबकि अपना दल (सोनेलाल) की प्रमुख अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल की उम्र 38 साल है. कैबिनेट के एक मात्र वाल्मीकि विधायक अलीगढ सीट से जीते अनूप प्रधान वाल्मीकि (40 वर्ष) के हैं. जबकि ब्राह्मण चेहरे और वरिष्ठ कांग्रेस नेता जीतेंद्र प्रसाद के बेटे जितिन प्रसाद 48 साल के हैं.
योगी कैबिनेट के अनुभवी चेहरे
2017 के कैबिनेट में 70 साल के चेतन चौहान सबसे उम्रदराज मंत्रियों में से एक थे. इस बार योगी कैबिनेट 2.0 में बरेली के विधायक डॉक्टर अरुण कुमार सक्सेना, जाट चेहरा लक्ष्मी नारायण चौधरी और पूर्व बीजेपी अध्यक्ष सूर्या प्रताप शाही सबसे ज्यादा उम्रदराज हैं जिनकी उम्र लगभग 70 साल है. कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना भी कैबिनेट में अनुभवी चेहरों में से एक हैं जिनकी उम्र 68 साल है. जबकि धर्मपाल सिंह 69 साल के हैं. चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए कुर्मी चेहरे कैबिनेट मंत्री राकेश सचान 66 साल के हैं. बेबी रानी मौर्या और गुलाब देवी दोनों की उम्र 65 वर्ष है.जबकि बसपा के पूर्व मंत्री जयवीर सिंह 61 साल के हैं, तो योगी के एक और मंत्री धर्मवीर प्रजापति की उम्र 65 साल हैं.