योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र मामले में ऐसा क्या कहा कि बढ़ गयी कांग्रेस की मुश्किल
उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Yogi Adityanath) ने आदिवासियों को जल्दी ही ज़मीन मुहैय्या कराने की बात कही है। ये ज़मीन उन्होंने कांग्रेस (Congress) नेताओं के कब्जे से छुड़वा कर देने की बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने सोनभद्र (Sonbhadra) सामूहिक हत्याकांड मामले पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के आरोपों का भी जवाब दिया है।
उत्तर प्रदेश(UP) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हम जल्द ही कांग्रेस (Congress) नेताओं के कब्जे से एक लाख बीघा जमीन खाली कराएंगे और इसे आदिवासियों में बांट देंगे। उन्होंने कहा कि ‘हम सिर्फ सोनभद्र में ही एक लाख बीघा जमीन खाली कराने जा रहे हैं, इनमें से ज्यादातर कांग्रेस नेताओं के कब्जे में है। जब जमींदारी खत्म हुई तब कई कांग्रेस नेताओं ने सोसायटी बनाकर भारी मात्रा में जमीन अपने नाम पर ट्रांसफर करा लिया था। हमने एक कमेटी बनाई है जो इस तरह के मामलों की जांच करेगी। तीन महीने में कमेटी की रिपोर्ट आते ही सभी कांग्रेस नेता बेनकाब हो जाएंगे। मिर्जापुर में एक कांग्रेस नेता के पास फर्जी सोसायटी के नाम पर 6000 एकड़ जमीन है।’ इसके बाद उन्होंने ये ज़मीन आदिवासी और वनविभाग को सौंपने की बात कही। उन्होंने कहा ‘जो एक लाख बीघा जमीन खाली होने जा रही है वो आदिवासियों, वन विभाग और ग्राम सभा की है। मैं जमीन खाली कराया हुआ जमीन वन विभाग को लौटा दूंगा। मेरी योजना है कि ग्राम सभा की जमीन आदिवासियों को दे दिया जाए। मैं इसी महीने उम्भा जा रहा हूं और मेरा प्रयास होगा कि ऐसी जमीनों को जब्त किया जाए जो बड़े पैमाने पर छह जिलों में फैली हुई हैं, क्योंकि अवैध सोसायटी ज्यादातर कांग्रेस नेताओं की ही बनाई हुई हैं। ये जमीनें नियम के हिसाब से आदिवासियों में बांटी जाएंगी।’
वहीँ सोनभद्र सामूहिक हत्याकांड में प्रियंका गाँधी के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि 1952 के पेपर की जांच के बाद पता चला है कि विवादित ज़मीन बिहार के एक कांग्रेस नेता के नाम दर्ज है। उन्होंने एक सोसायटी बनाकर 1400 बीघा जमीन अपने नाम पर ट्रांसफर कर ली। अब ज़मीन के मालिक की जांच होगी और कार्यवाई की जाएगी। गौरतलब है कि प्रियंका गाँधी ने आरोप लगाया था कि सूबे की सरकार आदिवासियों की सुरक्षा करने में सक्षम नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में कानून का राज खत्म होने की बात कही थी।