चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का भारत दौरा शुरू, नजरें गड़ाए बैठा है पाकिस्तान
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की तीन दिवसीय चीन यात्रा के ठीक बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत आए हैं | भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिनपिंग के साथ अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में उनका स्वागत कर रहे हैं | मोदी और जिनपिंग की इस मुलाकात पर पाकिस्तान की भी नजरें टिकी हैं |
मोदी जिनपिंग की इस मुलाकात पर पाकिस्तान बारीकी से निगाह रखे हुए है और उसे उम्मीद है कि चीन भारत सरकार के समक्ष 5 अगस्त को कश्मीर पर लिए गए फैसले के मुद्दे को उठाएगा | कश्मीर के मसले पर चीन खुलकर भारत के खिलाफ और पाकिस्तान के साथ रहा है | यहां तक कि कश्मीर मुद्दे को यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल में उठाने की पाकिस्तान की कोशिशों में भी चीन ने उसका साथ दिया |
चीन अब भी इस बात पर कायम है कि वह कश्मीर के बारे में 5 अगस्त को किए गए भारत सरकार के ‘एकतरफा’ फैसले का विरोध करता है | चीन ने भारत और पाकिस्तान से अपील की है वे कश्मीर को लेकर ऐसे फैसले से बचें |
चीन कश्मीर में मानवाधिकार के मुद्दे उठाने में भी काफी मुखर रहा है और वह भारत के हालिया फैसले को जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन कहता है | चीन न सिर्फ आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर, बल्कि तमाम मुद्दों पर खुलकर पाकिस्तान के साथ रहा है | उसने भारत की उन कोशिशों का भी विरोध किया जब भारत ने पाकिस्तान को आतंकवाद का ठिकाना घोषित करवाने की कोशिश की |
जिनपिंग की भारत यात्रा से ठीक पहले चीन ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को बीजिंग बुलाकर भी अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है | चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने कहा, ‘चीन पाकिस्तान की स्वतंत्र संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा का समर्थन करता है |’
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी बयान दिया है कि चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने अपनी भारत यात्रा के बारे में पाक पीएम इमरान खान को विश्वास में लिया है | उनका कहना है, ‘हमारा संबंध ऐसा है कि हम हर कदम पर एक-दूसरे को विश्वास में लेते हैं |’