आज का इतिहास:वर्ल्ड टूरिज्म डे आज, 41 साल पहले हुई थी शुरुआत
कोरोना ने इस सेक्टर के करीब 12 करोड़ लोगों के रोजगार पर असर डाला
आज वर्ल्ड टूरिज्म डे है। 1970 में 27 सितंबर को ही यूएन में UNWTO के नियमों को मंजूरी दी थी। यह ग्लोबल टूरिज्म के क्षेत्र में बहुत बड़ी उपलब्धि थी। इसी दिन को यादगार बनाने के लिए 1980 से हर साल पूरी दुनिया में 27 सितंबर को वर्ल्ड टूरिज्म डे मनाया जा रहा है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य टूरिज्म के प्रति जागरूकता बढ़ाना है ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक मूल्य प्रदान किए जा सकें। हर साल अलग-अलग थीम के साथ इस दिन को मनाया जाता है।
कोरोना वायरस की मार जिस सेक्टर पर सबसे ज्यादा पड़ी है, वह टूरिज्म सेक्टर है। दुनियाभर के सभी देशों पर आवाजाही पर रोक लगने का खासा असर हुआ है। UN के वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से सबसे ज्यादा असर कमजोर और हाशिए पर खड़े समाज पर हुआ है। इस वजह से इस साल वर्ल्ड टूरिज्म डे की थीम इन्क्लूसिव ग्रोथ रखी गई है यानी समावेशी विकास।
वर्ल्ड टूरिज्म डे पर अलग-अलग देशों में कई कार्यक्रम किए जाते हैं।
यूएन वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन (UNWTO) के अनुसार कोविड-19 की वजह से टूरिज्म से जुड़े 10 से 12 करोड़ जॉब्स सीधे-सीधे प्रभावित हुए हैं। टूरिज्म में आए निगेटिव इम्पैक्ट का भी असर है कि यूएन कॉन्फ्रेंस ऑन ट्रेड एंड डेवलपमेंट ने ग्लोबल जीडीपी में 1.5 से 2.8% की गिरावट का अनुमान लगाया था।
1908: फोर्ड ने बनाई थी पहली मॉडल T
1908 में आज ही के दिन कार निर्माता कंपनी फोर्ड ने अपने बहुचर्चित T मॉडल की पहली कार बनाई थी। फोर्ड ने इससे पहले B, D, F, K, N, R, S मॉडल लॉन्च किए थे। इस कार को मिशीगन के पिकेट अवेन्यू प्लांट में बनाया गया था।
1 अक्टूबर 1908 को ये कार शोरूम में बिकना शुरू हुई। 20 हॉर्सपॉवर के 4 सिलेंडर इंजन वाली इस कार की शुरुआती कीमत 850 डॉलर थी। कंपनी का ये मॉडल इतना बिका कि फोर्ड को इसका प्रोडक्शन ज्यादा क्षमता वाली हाईलैंड की एक दूसरी फैक्ट्री में ट्रांसफर करना पड़ा।
फोर्ड की मॉडल T।
कंपनी ने प्रोडक्शन में लगने वाले समय को भी कम किया। पहले जहां एक कार को बनाने में 12 घंटे का समय लगता था, वहीं 1913 में डेढ़ घंटे में ही एक कार बनकर तैयार होने लगी।
19 साल तक लगातार कंपनी ने इसका प्रोडक्शन किया। मई 1927 तक 1.5 करोड़ मॉडल T कारें सड़कों पर दौड़ रही थीं।
2018: सुप्रीम कोर्ट ने कहा- पति परमेश्वर नहीं है!
सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में एडल्टरी (व्यभिचार) को अपराध बताने वाले कानून को रद्द कर दिया। उस समय के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच जजों वाली बेंच ने आईपीसी के सेक्शन 497 को अवैध करार दिया। जस्टिस मिश्रा ने कहा कि हमारे लोकतंत्र की खूबी ही मैं, तुम और हम की है। एडल्टरी चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में अपराध नहीं है। यह शादियों में परेशानी का नतीजा हो सकता है उसका कारण नहीं। इसे अपराध कहना गलत होगा। फैसले में यह भी कहा गया कि पति अपनी पत्नी का आका नहीं हो सकता।
27 सितंबर के दिन को इतिहास में और किन-किन महत्वपूर्ण घटनाओं की वजह से याद किया जाता है…
2015: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेन होजे से कैलिफोर्निया की यात्रा खत्म कर लौटे। इस दौरान उन्होंने भारत को अगली सिलिकन वैली बनाने का वादा किया था।
2014: अभिनेत्री से राजनेता बनीं तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता को 18 साल पुराने भ्रष्टाचार के मामले में कोर्ट ने दोषी माना और चार साल जेल की सजा सुनाई।
2001: केंद्र सरकार ने स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) को प्रतिबंधित किया। इसे लेकर लखनऊ में हिंसा भड़की और चार लोगों की मौत हुई।
1996ः तालिबान के लड़ाकों ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया।
1961ः सिएरा लियोन संयुक्त राष्ट्र का सौवां सदस्य बना।
1958ः मिहिर सेन ब्रिटिश चैनल को तैरकर पार करने वाले पहले भारतीय बने।
1905ः महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने ई=एमसी स्क्वायर का सिद्धांत पेश किया।
1871ः सरदार वल्लभ भाई पटेल के बड़े भाई एवं स्वतंत्रता सेनानी विट्ठलभाई पटेल का जन्म।
1833ः महान समाज सुधारक राजा राममोहन रॉय का निधन।
1825ः इंग्लैंड में स्टॉकटन-डार्लिंगटन लाइन की शुरुआत के साथ दुनिया का पहला सार्वजनिक रेल परिवहन शुरू हुआ।
1760ः मीर कासिम ईस्ट इंडिया कंपनी की मदद से बंगाल के नवाब बने।
1290ः चीन में चिली की खाड़ी में भूकंप से करीब एक लाख लोगों की मौत हुई।