Kaddu से बनी नाव पर विश्व रिकॉर्ड: 70 किमी की अद्भुत सवारी

Kaddu उगाया और उसे नाव के रूप में तैयार किया। यह नाव, जिसका नाम "पंकी लोफस्टर" रखा गया, न केवल आकार में विशाल थी, बल्कि इसे नदी में चलाने के लिए भी अनुकूलित किया गया था।

Kaddu अनोखी नाव का निर्माण

46 वर्षीय गैरी क्रिस्टेंसन ने अपने बगीचे में खुद ही एक विशाल Kaddu उगाया और उसे नाव के रूप में तैयार किया। यह नाव, जिसका नाम “पंकी लोफस्टर” रखा गया, न केवल आकार में विशाल थी, बल्कि इसे नदी में चलाने के लिए भी अनुकूलित किया गया था। गैरी ने इस कद्दू को 14 फीट लंबा बनाया और इसका वजन 555 किलोग्राम से अधिक था।

रिकॉर्ड बनाने की तैयारी

गैरी ने 11 अक्टूबर से Kaddu को नाव का आकार देने की प्रक्रिया शुरू की। उन्होंने अपनी नाव में एक कैमरा भी लगाया ताकि उनके अनुभव को लोग देख सकें। इस नाव पर उन्होंने ‘यह असली कद्दू है’ लिखवाया, जो न केवल मजेदार था, बल्कि दर्शकों का ध्यान भी आकर्षित करता था।

रोमांचक यात्रा

गैरी ने 26 घंटे तक पंकी लोफस्टर के साथ नदी में सफर किया। इस यात्रा के दौरान उन्होंने 70 किमी की दूरी तय की। यह एक चुनौतीपूर्ण अनुभव था, जिसमें उन्हें कई तरह की बाधाओं का सामना करना पड़ा। गैरी की मेहनत और धैर्य ने उन्हें इस अद्वितीय यात्रा को पूरा करने में मदद की।

विश्व रिकॉर्ड

गैरी की इस अद्भुत यात्रा ने एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया है। Kaddu से बनी नाव पर इतनी लंबी यात्रा करना अपने आप में एक अनोखी उपलब्धि है। गैरी क्रिस्टेंसन ने इस प्रयोग के माध्यम से यह साबित कर दिया कि कुछ भी संभव है, जब आपके पास धैर्य और दृढ़ संकल्प हो।

कद्दू की खेती का शौक

गैरी ने साल 2011 से ही Kaddu उगाना शुरू किया था। उनका यह शौक अब एक प्रेरणादायक कहानी बन गया है। कद्दू की खेती के साथ-साथ, उनका यह प्रयोग नए विचारों और संभावनाओं को उजागर करता है। गैरी का मानना है कि यह सिर्फ एक नाव नहीं, बल्कि उनके लिए एक नया सफर है, जो दूसरों को भी प्रेरित कर सकता है।

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गैरी क्रिस्टेंसन की Kaddu से बनी नाव पर 70 किमी की यात्रा एक प्रेरणादायक कहानी है, जो दिखाती है कि रचनात्मकता और लगन से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। पंकी लोफस्टर न केवल एक विश्व रिकॉर्ड है, बल्कि यह हमें यह भी सिखाता है कि जीवन में हर चुनौती को नए दृष्टिकोण से देखने की आवश्यकता होती है। इस अद्भुत उपलब्धि के साथ, गैरी ने साबित कर दिया कि सीमाएं केवल हमारे मन में होती हैं।

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