CM शिवराज सिंह चौहान का बड़ा फैसला, अन्य जिलों में फंसे मजदूरों को भेजा जाएगा उनके जिलों में
भारत में कोरोनावायरस के 24000 से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। हर दिन यह आंकड़ा बढ़ रहा है। भारत सरकार इस घातक वायरस को रोकने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि भारत में बहुत हद तक कोरोनावायरस पर नियंत्रण पा लिया है। भारत सरकार ने इस घातक वायरस को रोकने के लिए कई बड़े फैसले लिए हैं। इन्हीं में सबसे बड़ा फैसला लॉक डाउन कर रहा। भारत में शुरुआत में 21 दिनों का लॉक डाउन किया गया। लेकिन जब कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे तो लॉक डाउन को 19 दिन और आगे बढ़ा दिया।
देश में अब 3 मई तक लॉक डाउन है। हालांकि इस लॉक डाउन से देश की अर्थव्यवस्था को बहुत फर्क पड़ा है। या यूं कहें देश की अर्थव्यवस्था डगमगा चुकी है। वहीं लॉक डाउन से गरीब, मजदूर वर्ग के लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी है। दिल्ली, यूपी,मध्य प्रदेश के मजदूर जहां थे वहीं फंसे रह गए। हालांकि कई बार लॉक डाउन तोड़कर इन लोगों ने अपने अपने गांव , जिलो मे जाने की कोशिश की। वहीं अब मध्य प्रदेश सरकार ने सभी मजदूर जो अन्य जिलों में फंसे हैं उनको अपने जिलों में भेजने का फैसला किया है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि “हमने फैसला किया है कि राज्य में जो मजदूर अन्य जिलों में फंसे हैं उनको अपने जिलों में भेजा जाएगा, उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी, उनको घर पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।” बता दें कि मजदूर वर्ग के लोग जो मध्य प्रदेश के अन्य जिलों में फंसे हुए हैं उनके लिए यह खुशखबरी है। सरकार उन्हें अपने-अपने जिलों में जाने का मौका दे रही है।