एसपी कौशांबी पर महिला ने लगाया था यौन शोषण का आरोप, अब कहानी पलट गई , माफिया की हुई एंट्री
महिला उत्पीड़न के आरोप से पीड़ित एसपी ने सुनाई आपबीती
उत्तर प्रदेश: कहते हैं कि इंसान वही है एक नौकर दूसरा मालिक फर्क क्या है ? नौकर ने रिस्क या समय के साथ बदला नहीं और मालिक ने बदल लिया इसलिए वह मालिक है। खैर यह तो आज के लिए पंक्तियां हैं ।लेकिन आज जो उत्तर प्रदेश के जनपद कौशांबी में इतनी बड़ी झूठी घटना को महिला ने अंजाम दिया ,ऐसे ईमानदार अफसरों के लिए भविष्य में सोचने का विषय जरूर बनता है।
सुबह सुबह का वक्त था। जैसे ही महिला ने पत्रकारों से अपनी झूठी पीड़ा सुनाई कि कौशांबी एसपी ब्रजेश श्रीवास्तव ने शराब पीकर उसके साथ शोषण करने का प्रयास किया। वैसे ही यह घटना उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी घटना बनकर सामने आई। खैर कुछ घंटों के बाद महिला ने मिडिया से बात करते हुए कहा यह सभी आरोप फर्जी हैं। एसपी कौशांबी ईमानदार पुलिस ऑफिसर हैं ।मैंने गुस्से में आकर उन पर इस तरह का आरोप लगाया। जब मामले की तह तक पड़ताल की गई तो सामने कई सच और भी आये। पुलिस अधीक्षक पर लगे झूठे आरोप का हुआ पर्दाफाश, आरोप लगाने वाली महिला ने दिए गए बयान में कहा काम से निकाल दिये जाने से आवेश मे आकर लगाया था झूठाआरोप।
महिला ने तो मीडिया के सामने आकर सार्वजनिक रूप से अपनी गलती स्वीकार कर ली किन्तु अन्दाजा लगाइये कि आरोपों के बीच एक ईमानदार और धार्मिक पृवत्ति के कर्मठ अधिकारी ने किस पीडा़ से पूरा एक दिन व्यतीत किया होगा। महिला ने भले ही अपने पीछे किसी का हाथ होने से इंकार किया हो किन्तु कौशाम्बी के अपराध सूत्रों की माने तो इन आरोपों के पीछे अवैध खनन करने वाले माफियाओं और अतीक अहमद के गुर्गों का हाथ है।
गौरतलब है कि पिछले दो महीने से ताबडतोड कारवाई करके पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव ने जिले मे ओवरलोडिंग, रायल्टी चोरी व अवैध खनन करने वाले माफियाओं व अतीक अहमद से जुडे अपराधियों की कमर तोडकर रख दी है।जिससे उन माफियाओं और अपराधियों से जुडे चन्द सफेदपोश येन केन प्रकाणेन बृजेश श्रीवास्तव को कौशाम्बी से हटाना चाहते हैं।
कौशाम्बी सहित प्रयागराज जोन के जिलों का इतिहास रहा है कि जिस भी पुलिस अधिकारी ने खनन माफियाओं के सिण्डीकेट पर हाथ डालने की कोशिश की है उसका नुकसान हुआ है।