शिमला में ठंड ने तोड़ा 5 साल का रिकॉर्ड, व्हाइट क्रिसमस की आस जगी
शिमला. हिमाचल प्रदेश (Himachal Weather News) के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी (Snowfall) का दौर जारी है. शुक्रवार को ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात के चलते पूरा प्रदेश शीत लहर की चपेट में आ गया है. शिमला जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कुफरी और नारकंडा में भी बर्फ के फाहे गिरे. शिमला (Shimla) में ठंड प्रचंड है, न्यूनतम तापमान -0.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल के अनुसार, ठंड ने पिछले 5 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है. दिसबंर 2015 में इस तरह की ठंड महसूस की गई थी. ताजा बर्फबारी के चलते राजधानी शिमला में सैलानियों आमद में बढ़ोतरी की उम्मीद है. वीकेंड पर पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से सैलानी शिमला पहुंच रहे हैं. शिमला के होटलों में 60 फीसदी से ज्यादा बुकिंग चल रही है. क्रिसमस और न्यू ईयर पर शिमला के होटल (Hotels in Shimla) पूरी तरह से पैक होने का अनुमान है. एडवांस बुकिंग का सिलसिला भी जारी है.
क्रिसमस से पहले बिगड़ेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार 18 से 22 दिसबंर तक मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है. 23 दिसंबर से पश्चिम विक्षोभ के सक्रिय होने से हिमपात की संभावना है. उम्मीद है कि 25 दिसंबर को व्हाइट क्रिसमस की आस पूरी हो सकती है. शुक्रवार को चंबा, कांगड़ा, शिमला, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिले के कई इलाकों में हिमपात हुआ. मौसम विभाग ने राजधानी शिमला, कांगड़ा और चंबा जिले में ठंडी हवाएं चलने की चेतावनी जारी की है. शिमला समेत हिमाचल प्रदेश के 6 शहरों में न्यूनतम पारा माइनस में पहुंच गया है. केलांग, कल्पा, डलहौजी और कुफरी में तापमान शून्य से नीचे चल रहा है.
प्रशासन ने कसी कमर
बर्फबारी के बाद पैदा होने वाले हालात से निपटने के लिए राज्य सरकार ने कमर कस ली है. सड़कों को खोलने और फिसलन से निपटने के लिए तैयारियों की जा रही हैं. शिमला की जिन सड़कों पर कोहरा जमने और फिसलन बढ़ने की समस्या है, उन स्थानों पर सड़क किनारे रेत के ढेर लगा दिए गए हैं. सरकार ने लोक निर्माण विभाग के साथ जिला उपायुक्तों को जरूरी निर्देश जारी कर दिए हैं.