क्या राव इंद्रजीत सिंह बढाएंगे हरियाणा बीजेपी की मुश्किलें?
टिकट बटवारे से कारण नाखुश नेताओं के पार्टी छोड़ने से भाजपा मुश्किल में आई थी।
-राव इंद्रजीत ने पेश किया हरियाणा के सीएम पद का दावा
-राव इंद्रजीत के दावे पर खट्टर ने जताया विरोध
हिरयाणा चुनाव में भाजपा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। टिकट बटवारे से कारण नाखुश नेताओं के पार्टी छोड़ने से भाजपा मुश्किल में आई थी। पार्टी से रूठे हुए नेताओं को मनाने में भाजपा अभी सफल भी नहीं हुई थी कि राव इंद्रजीत सिंह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने का दावा ठोक कर पार्टी की परेशानी और बढ़ा दी।
रेवाड़ी में भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह यादव का नामांकन दाखिल करने के लिए पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने हरियाणा के सीएम के तौर पर अपनी दावेदारी पेश कर दी है। एक सवाल के जवाब में राव इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि यहां की जनता चाहती है कि वे हरियाणा के सीएम बनें। अगर यहां की जनता ने भाजपा का साथ ना दिया होता तो पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर दूसरी बार हरियाणा के सीएम नहीं बन पाते।
राव इंद्रजीत सिंह के परिवार का हरियाणा के अहीरवाल बेल्ट की 11 सीटों पर खासा दबदबा है। इनमें रेवाड़ी, नूंह, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ जिले की अलग-अलग सीटें शामिल है। बीजेपी ने इस बार राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव को अटेली विधानसभा से चुनावी मैदान में उतारा है। अटेली से उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह विधायक तक रह चुके हैं। आरती राव को उन्होंने पहले ही अपना उत्तराधिकारी घोषित कर रखा है।
लक्ष्मण सिंह यादव के नामांकन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि लक्ष्मण सिंह पहले प्रत्याशी हैं, जिन्होंने दक्षिण हरियाणा में बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। वहीं जब मीडिया ने उनसे पिछले हरियाणा चुनाव में 75 पार वाले नारे का जिक्र किया तो वे हंसकर सवाल को टाल गए।
हरियाणा की जनती जानती है कि राव इंद्रजीत सिंह और मनोहरलाल खट्टर करीबी हैं। राव इंद्रजीत सिंह के सीएम बनने की इच्छा पर प्रतिक्रिया देते हुए खट्टर ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही मंच से घोषणा कर चुके हैं कि चुनाव सीएम नायब सैनी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। खट्टर ने दावा किया कि पांच अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा जीत रही और भारतीय जनता पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार बनाएगी।