CM धामी सुलझा पाएंगे बिजली कर्मचारियों की समस्याएं? इससे तय होगा…
देहरादून. उत्तराखंड राज्य के बिजली कर्मचारियों ने बुधवार से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है, लेकिन वो ऐसा करेंगे या नहीं! इस बात का फैसला मंगलवार की मीटिंग के बाद होगा. आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ बैठक करने जा रहे ऊर्जा विभाग के तीनों निगम (उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड, उत्तराखंड पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड और उत्तराखंड जल विद्युत निगम) के सभी कर्मचारियों के लिए अहम दिन होगा. एक महीने पहले ही 6 अक्टूबर से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे चुके ये कर्मचारी आज निर्णायक फैसला करेंगे.
दरअसल, अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य के सभी बिजली कर्मचारी हड़ताल का मन बना चुके हैं. तय कार्यक्रम के अनुसार कर्मचारियों ने 6 अक्टूबर की शाम 8 बजे के बाद हड़ताल की घोषणा की थी, जिसके लिए कर्मचारियों ने करीब एक महीने पहले ही शासन और अपने निगम प्रबंधन को भी जानकारी दे दी थी. कई दौर की बैठकें भी कर्मचरियों, निगम प्रबंधन और ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत के साथ हुईं लेकिन किसी ठोस निर्णय तक नहीं पहुच पाईं.
नाराज़ कर्मचारी अब आन्दोलन को हड़ताल का स्वरूप देना चाह रहे हैं. सोमवार को करीब 1 घंटे कर्मचारियों और मुख्य सचिव एसएस सिन्धु के बीच मीटिंग हुई, जिसमें कर्मचारियों की सभी मांगों पर बिंदुवार चर्चा हुई. सिन्धु ने कर्मचारियों की मीटिंग सीएम पुष्कर सिंह धामी के साथ करवाने की बात कही थी. अब बिजली कर्मचारियों का एक प्रतिनिधि मंडल आज मुख्यमंत्री से मिलेगा और अपनी बात सीएम के सामने रखेगा. बताया जा रहा है कि इस बैठक में हरक सिंह रावत के साथ तीनों निगमों के प्रबन्धक और शासन से जुड़े तमाम अधिकारी मौजूद रहेंगे.