‘अलग-थलग पड़ जाएंगे…’: तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन की पीएम मोदी को कड़ी चेतावनी
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा, "आप सामान्य तौर पर सरकार चलाएं और उन लोगों से बदला लेने पर आमादा न हों जिन्होंने आपको अभी तक हराया है।
केंद्रीय बजट से नाराज तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी को चेतावनी दी है। बुधवार, 24 जुलाई को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर स्टालिन ने एक पोस्ट में कहा, “आपने कहा था कि अब हमें देश के बारे में सोचना है, लेकिन मंगलवार, 23 जुलाई को पेश हुआ केंद्रीय बजट आपके शासन को बचाएगा, भारत को नहीं।”
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा, “आप सामान्य तौर पर सरकार चलाएं और उन लोगों से बदला लेने पर आमादा न हों जिन्होंने आपको अभी तक हराया है। मैं यह सलाह देने के लिए बाध्य हूं कि यदि आप अपनी राजनीतिक पसंद-नापसंद के अनुसार सरकार चलाएंगे, तो आप अलग-थलग पड़ जाएंगे।”
विरोध प्रदर्शन का वीडियो साझा किया
अपने पोस्ट के साथ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें विपक्षी दलों के नेता संसद के बाहर हाथों में तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। एक तख्ती पर लिखा था कि “देश मांगता इंडिया का बजट, नहीं चाहिए एनडीए का बजट।”
दयानिधि मारन की सलाह
डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह देते हुए कहा कि उन लोगों के लिए भी काम करें जिन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया। मारन ने कहा, “मेरा मानना है कि पीएम मोदी को एमके स्टालिन से अच्छी सलाह लेकर उनका अनुसरण करना चाहिए क्योंकि मैं खुद उन लोगों के लिए भी काम करूंगा जिन्होंने मुझे वोट नहीं दिया।”
नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करेंगे स्टालिन
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय बजट में राज्य की पूरी तरह से उपेक्षा की गई और वह इसकी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि वह 27 जुलाई को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करेंगे। स्टालिन ने बजट को बेहद निराशाजनक करार देते हुए कहा कि चूंकि केंद्र सरकार ने तमिलनाडु को पूरी तरह से नजरअंदाज किया है, इसलिए नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करना उपयुक्त होगा।
स्टालिन ने कहा कि केंद्र सरकार ने तमिलनाडु के लिए ‘मेट्रो रेल योजना’ की घोषणा की थी, लेकिन इसके लिए (चेन्नई मेट्रो रेल चरण-2) कोई धनराशि आवंटित नहीं की गई और राज्य को अब तक धोखा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसी तरह, इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है कि बिहार और आंध्र प्रदेश का हश्र तमिलनाडु जैसा नहीं होगा। स्टालिन ने कहा, “वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण उन दलों के शासन वाले राज्यों को छोड़कर बाकी सभी को भूल गई हैं जो इस सरकार को समर्थन देते हैं। राज्य के लिए कोई विशेष योजना नहीं है। हमारी कोई भी मांग पूरी नहीं की गई है।”