प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने पति की हत्या , जानिए क्या था पूरा मामला ।

प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने पति की हत्या , जानिए क्या था पूरा मामला ।

रिपोर्टर- मदन सिंह यादव

कहते है कि कोई हत्यारा अपने गुनाह को लाख छुपाने की कोशिश कर ले लेकिन एक ना एक दिन कानून की गिरफ्त में जरूर आ जाता है।कुछ ऐसा ही मामला यूपी के सीतापुर में सामने आया है सीतापुर के कोतवाली देहात क्षेत्र के मोहल्ला रामकृष्ण पुरी नैपालापुर निवासी रोहित वर्मा की शादी आज से 11साल पहले हिंदू रीति रिवाज से शादी हुई थी रोहित के दो बच्चे हैं वह अपनी पत्नी के साथ खुशी खुशी से जीवन यापन कर रहे थे शादी के 11साल बाद एक अपरिचित व्यक्ति से पत्नी का कनेक्ट हो जाता हैं फिर क्या जिस पति के साथ 7 फेरो की रस्मों के साथ कसमें खाई थी साथ जीने और मरने की सब भूलकर अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी पति के परिजनों को बताया शराब ज्यादा पी ली थी तभी मौत हो गई परिजनों ने पत्नी की बात पर भरोसा कर लिया और पिता ने अपने बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया।कहते हैं कि कोई हत्यारा अपने गुनाह को लाख छुपाने की कोशिश कर ले एक ना एक दिन गुनाह और गुनहगार का खुलासा हो ही जाता है। मृतक के पिता अपनी बहू को सीतापुर से गांव लेकर चले जाते हैं एक दिन मृतक की पत्नी ने अपना फोन एक बच्चे को दिया और कहा यह नंबर डिलीट कर दो बच्चे ने तत्काल मृतक के पिता को फोन दिया और कहा आंटी कह रही हैं या नंबर डिलीट कर दो पिता ने फोन का पूरा रिकॉर्ड चेक किया तो होश उड़ गए बहू के फोन की तस्वीरों को देख पिता होश उड़ गए प्रेमी के साथ तस्वीरों को देख पिता भयभीत हो गया पिता को शक हुआ पिता ने बहू से पूछा तो बहू ने अपना जुर्म कबूल कर लिया पिता ने तत्काल थाना कोतवाली देहात में अपनी बहू व प्रेमी के खिलाफ तहरीर दी पुलिस ने मामले मैं कोई दिलचस्पी नहीं ली और ना ही मुकदमा पंजीकृत किया।पिता ने तब भी हार नहीं मानी और बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया अदालत ने पिता के प्रार्थना पत्र पर तत्काल मुकदमा पंजीकृत करने का आदेश दे दिया पुलिस ने पत्नी व प्रेमी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया पिता को लगा मुझे कोतवाली प्रभारी व थाने में तैनात टीम द्वारा न्याय नहीं मिलेगा इसी को लेकर पिता ने पुलिस अधीक्षक का दरवाजा खटखटाया और कहा हुजूर मुझे न्याय चाहिए मुझे कोतवाली देहात पुलिस पर भरोसा नहीं है मेरे बेटे की विवेचना जनपद के और किसी थाने से करवा दीजिए क्योंकि अगर कोतवाली देहात पुलिस मेरी बात सुनती तो मुझे न्यायालय का सहारा नहीं लेना पड़ता आरोपी जेल में होते।ईमानदार पुलिस अधीक्षक ने एक मजबूर पिता की बात को गंभीरता से लेते हुए। तत्काल विवेचना अन्य से करवाने का अबशासन दे दिया।कोतवाली देहात पुलिस अगर मामले को गंभीरता से लेती तो एक मजबूर पिता को न्याय के लिए अधिकारियों की चौखट पर माथा रगड़ने की जरूरत ना पड़ती एक मजबूर पिता को न्याय मिल गया होता और आरोपी सलाखों के पीछे होते। थाना कोतवाली पुलिस हमेशा अपने कारनामों सेट सुर्खियां बटोर टी रहती है हाल ही में कोतवाली पुलिस पर ने एक बेकसूर को इतना पीटा था जिसकी हाथ फैक्चर हो गई जिंदगी मौत से अस्पताल में जूझ रहा है गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव भी किया था जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही आखिर सीतापुर पुलिस अधीक्षक क्यों कोतवाली प्रभारी पर मेहरबान नजर आ रहे।

 

Related Articles

Back to top button