गैंगस्टर विकास दुबे ने सरेंडर के लिए उज्जैन के महाकाल को ही क्यों चुना ! जानिए
कानपुर के 8 पुलिसकर्मियों को शहीद करने वाले विकास दुबे ने आज उज्जैन में सरेंडर कर दिया है। हालांकि बताया जा रहा है कि इसके पीछे विकास दुबे की एक बड़ी चाल छिपी है। गैंगस्टर विकास दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार ढूंढ रही थी। ऐसे में विकास दुबे मिला लेकिन उसने खुद सरेंडर किया है। विकास दुबे ने उत्तर प्रदेश पुलिस को गच्चा देकर उज्जैन के महाकाल मंदिर में सरेंडर करने की जगह चुनी।
बता दें कि उज्जैन के महाकाल मंदिर में जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। एक ही है बड़ी वजह मानी जा रही है कि विकास दुबे ने यहां सरेंडर किया। ताकि एनकाउंटर ना किया जा सके। उज्जैन के महाकाल मंदिर में इससे पहले कभी भी शूटआउट नहीं हुआ है। हालांकि गिरफ्तार होने के बाद भी विकास दुबे ने मीडिया की तरफ चिल्ला कर कहा ‘मैं विकास दुबे कानपुर वाला।’
बता दें कि इससे पहले विकास दुबे को फरीदाबाद में देखा गया था। हालांकि फरीदाबाद में विकास दुबे को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। इसके बाद खबरें आने लगी थी कि विकास दुबे मीडिया को सरेंडर कर सकता है। जिसके बाद नोएडा की फिल्म सिटी को भी अलर्ट पर रख दिया गया था। हालांकि ऐसा भी नहीं हुआ बल्कि विकास दुबे ने सरेंडर करने की एक अलग ही जगह चुनी। हालांकि फरीदाबाद से विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन कैसे पहुंचा यह अभी तक एक बड़ा सवाल बना हुआ है।
विकास दुबे ने उज्जैन का महाकाल मंदिर चुना क्योंकि वहां चप्पे-चप्पे पर कैमरा लगे हुए हैं। साथ ही जब विकास दुबे ने सरेंडर किया तो उसके बाद एक वीडियो भी वायरल हुई जिसमें विकास दुबे के साथ मंदिर कि सिक्योरिटी ही नजर आ रही थी जबकि वहां सिर्फ एक ही पुलिसकर्मी मौजूद था।