विपक्ष ने उठाए आरएसएस पर सवाल, पूछा प्रधान मंत्री की “हर घर तिरंगा” रैली में आरएसएस ने क्यों नहीं लगाया तिरंगा।
प्रधान मंत्री ने इस सप्ताह सोशल मीडिया यूजर्स से आजादी के 75 वें साल के उपलक्ष्य में अपनी सोशल मीडिया
विपक्ष ने उठाए आरएसएस पर सवाल, पूछा प्रधान मंत्री की “हर घर तिरंगा” रैली में आरएसएस ने क्यों नहीं लगाया तिरंगा। जिसके जवाब में आरएसएस के एक पदाधिकारी ने कहा कि संगठन दबाव में फैसला नहीं लेता है, जबकि बीजेपी ने तिरंगा रैली में भाग लेने के लिए विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्हें ही दोषी बना दिया।
विपक्ष का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्रोफाइल पिक्चर के रूप में तिरंगे की तस्वीर लगाने की अपील को उनकी पार्टी के विचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने ही उनकी बात पर अमल नहीं किया।
प्रधान मंत्री ने इस सप्ताह सोशल मीडिया यूजर्स से आजादी के 75 वें साल के उपलक्ष्य में अपनी सोशल मीडिया की प्रोफाइल पिक्चर को तिरंगे में बदलने का अनुरोध किया था. ‘हर घर तिरंगा’ फहराने के आह्वान किए जाने के बाद से पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल के साथ-साथ कई नेताओं ने अपनी डीपी को तिरंगे की तस्वीर में बदल दिया.
लेकिन आरएसएस ने प्रधानमंत्री के अनुरोध को अभी तक अमल नहीं किया है और न ही संगठन के आधिकारिक ट्विटर हैंडल और न ही प्रमुख मोहन भागवत और दत्तात्रेय होसबले सहित संघ के कई वरिष्ठ नेताओं ने झंडे वाली डीपी को लगाया है. आरएसएस के फेसबुक पेज पर भी अभी तक तिरंगे की तस्वीर नहीं लगाई है.