क्यों बदले गए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ?
उत्तराखंड , आखिरकार चुनाव के 1 साल पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को हटाने का फैसला बीजेपी ने क्यों लिया इस वक्त चर्चाएं बड़ी तेजी से हो रही है क्योंकी राज्य अब एक साल में चुनाव में प्रवेश कर जाएगा हालाकि तैयारियां शुरू हो चुकी है|
सरकार के चार साल पूरे होने पर त्रिवेंद्र सिंह रावत जहां पर अपनी उपलब्धियां गिनाने वाले थे वही पर उनकी कुर्सी चली गई ऐसे में चर्चाएं तेजी से हो रही और सवाल उठ रहा है की आखिरकार बीजेपी हाईकमान ने दिल्ली से इस तरह का फैसला क्यों लिया है दरअसल चर्चाओं में जोर इसलिए है|
लंबे वक्त से त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ एक बड़ा खेमा लगातार दिल्ली में सक्रिय था उनकी कमियों को लेकर और वो जो काम नहीं करा पा रहे उन तमाम चर्चाओं को लेकर लगा हुआ था जिससे कि त्रिवेंद्र सरकार पहले भी गिर जाती इस बात की चर्चा पहले ही हो चुकी थी लेकिन आखिरकार त्रिवेंद्र सिंह रावत को सरकार से इस्तीफा देना ही पड़ा है संगठन में चर्चा जोरों पर है|
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की त्रिवेंद्र सिंह रावत कार्यकर्ता और बड़े नेताओं की बात नहीं सुनते थे और इसी के चलते उन्हें इस्तीफा देना पड़ा है क्योंकि बीजेपी एक साल बाद चुनाव में प्रवेश करने जा रही है और राज्य में सत्ता की वापसी पर भी इस से प्रश्न चिन्ह लग सकता था इन्हीं तमाम समीकरणों को देखते हुए बीजेपी ने यह फैसला लिया की कार्यकर्ताओं की नाराजगी को वह अब नहीं खेल सकती है|
ऐसे में मुख्यमंत्री को हटाने का फैसला लिया वहीं पर दूसरी तरफ एक और तस्वीर सामने आई है की त्रिवेंद्र सिंह रावत जो खेमा पहले से ही त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाने में लगा हुआ था आखिरकार उसकी बात पार्टी हाई कमान ने मान ली है|