क्यों इस बार के उत्तर प्रदेश के चुनावों में भाजपा के नेता पार्टी से इस्तीफा दे रहें है।
आखिर क्यों भाजपा से नाराज़ हो रहे है उनके नेता, क्यों इस बार के उत्तर प्रदेश के चुनावों में भाजपा के नेता पार्टी से इस्तीफा दे रहें है।
आखिर क्यों भाजपा से नाराज़ हो रहे है उनके नेता, क्यों इस बार के उत्तर प्रदेश के चुनावों में भाजपा के नेता पार्टी से इस्तीफा दे रहें है।
देखा जाए तो भाजपा से इस बार कई सारे नेता इस्तीफा दे रहे है , स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद नेताओं ने तो माने पार्टी से इस्तीफा देना ट्रेंड मान लिया हो। ये सारे नेताओ ने मौर्य का समर्थन कर पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। शिकोहाबाद में भाजपा से विधायक रहे मुकेश वर्मा का ये कहना का कि भाजपा अनुसूचित जाति के लिऐ कुछ नहीं कर रही है और पार्टी में भष्टाचर बहुत फैला हुए है। आपको ये भी बता दे कि मुकेश वर्मा भाजपा से पहले सपा के मंत्री थे और भाजपा से इस्तीफा देने के बाद वो वापस सपा में शामिल हो गए है।स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफा देने के बाद दारा सिंह चौहान , धर्म नाथ सैनी ने भी इस्तीफा दे दिया था । भाजपा से इस्तीफा देने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्या सपा में शामिल हो चुके है और उनके साथ साथ उनके और नेता साथी भी सपा में शामिल हो चुके है, भाजपा से इस्तीफा दिए सारे नेताओ का यही कहना है कि भाजपा सरकार में दलितों और अनुशुचित जाति को कोई जगह नहीं है, सरकार उनके कल्याण के लिए कुछ नहीं कर रही है । पार्टी के इतने सारे दिग्गज नेता स्वामी प्रसाद मौर्य , दारा सिंह चौहान , धरनाथ सैनी और मुकेश वर्मा के पार्टी छोड़ने के बाद भाजपा के लिऐ मुश्किलें काफी हद बढ़ गई है !