अचानक क्यों बंगाल पहुंचे केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, जानिए वजह
केंद्र सरकार बांग्लादेश सीमा पर बाड़ लगाए जाने के काम मे तेजी लाना चाहती है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बाड़बंदी, एकीकृत चेकपोस्ट, सीमा चौकी एवं सड़क परियोजनाओं पर चर्चा की। गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा, ‘केंद्रीय गृह सचिव का कोलकाता का दौरा सीमा पर बाड़ और सड़क परियोजनाओं, सीमा चौकियों और एकीकृत जांच चौकियों के निर्माण के लिए लंबित भूमि अधिग्रहण मामलों पर चर्चा करने के लिए मुख्य सचिव के साथ बैठक के संबंध में है।’
सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एच.के. द्विवेद्वी, गृह सचिव बी.पी. गोपालिका, पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय एवं कम से कम दस जिलों के जिलाधिकारी मौजूद थे। एक सूत्र ने बताया कि बैठक के दौरान भल्ला ने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित है। उसने बताया कि इस बैठक में सीमा पर बाड़ लगाने, सड़क परियोजनाओं, सीमा चौकियों एवं एकीकृत चेकपोस्ट के निर्माण के वास्ते लंबित भू-अधिग्रहण पर भी चर्चा हुई।
बीएसएफ के क्षेत्राधिकार पर चर्चा नहीं, ममता ने आलोचना की थी
सूत्र के मुताबिक, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का क्षेत्राधिकार अंतरराष्ट्रीय सीमा से 50 किलोमीटर तक बढ़ाने के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई। केंद्र सरकार ने हाल में बीएसएफ अधिनियम में संशोधन कर पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 15 किलोमीटर के बजाय 50 किलोमीटर तक के इलाके में बल को तलाशी, जब्ती और गिरफ्तारी करने के अधिकार प्रदान किए थे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र के इस निर्णय की आलोचना करते हुए कहा था कि यह संघीय ढांचे पर आघात है।
सूत्र ने कहा, ‘बैठक में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बाड़ लगाने के लिए भूमि अधिग्रहण पर चर्चा हुई। कुल 289 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कंटीले तार की बाड़ लगाने की जरूरत है, लेकिन भूमि अधिग्रहण मुद्दों के कारण इसे पूरा नहीं किया जा सका। 107 किलोमीटर सीमाक्षेत्र में बाड़ लगाना अभी बाकी है।’
पश्चिम बंगाल ने सीमा चौकियों में त्रुटियां गिनाईं, विरोध किया
सूत्र ने बताया कि इस बीच, पश्चिम बंगाल सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने राज्य में सीमा चौकियां बनाने की प्रस्तावित योजना का यह कहते हुए विरोध किया कि इसमें ‘ढेर सारी त्रुटियां’ हैं। पश्चिम बंगाल सरकार के सूत्र ने कहा, ‘हमारे अधिकारियों ने उन गलतियों की ओर इंगित किया एवं अपने दावे के समर्थन में रिपोर्ट रखी।’
पश्चिम बंगाल 2200 किलोमीटर से अधिक की अंतरराष्ट्रीय सीमा बांग्लादेश के साथ, लगभग 183 किलोमीटर की सीमा भूटान के साथ और 100 किलोमीटर की सीमा नेपाल के साथ साझा करता है।