अपनी स्पीच में मोदी को क्यों याद आए चौके- छक्के?
अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा के पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला.
पीएम मोदी ने कहा, ”विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है.”
पीएम मोदी ने कहा- ”विपक्षी दल एक चीज़ पर जुटे भी तो अपने कट्टर दुश्मन के साथ जुटे. फील्डिंग विपक्ष ने सेट की लेकिन चौके छक्के यहीं से लगे. विपक्ष नो बॉल करता रहा.”
पीएम मोदी ने और क्या कुछ कहा?
विपक्ष को पांच साल दिए, पर वो बिना तैयारी के आ गए. विपक्ष ने देश को निराशा के अलावा कुछ नहीं दिया.
विपक्ष के रवैये पर मैं यही कहूंगा कि जिनके बही खाते खुद के बिगड़े हुए हैं वो भी हमसे हमारा हिसाब लिए फिरते हैं.
सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता का बोलने की सूची में नाम ही नहीं था.
विपक्ष के प्रस्ताव पर तीन दिनों से अलग-अलग विषयों पर काफ़ी चर्चा हुई है. अच्छा होता कि सत्र की शुरुआत के बाद से ही विपक्ष ने गंभीरता के साथ सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया होता.
बीते दिनों इसी सदन ने और दोनों सदनों ने जन विश्वास बिल, मीडिएशन, डेंटल कमिशन बिल, आदिवासियों से जुड़े बिल, डिज़िटल डेटा प्रोटेक्शन बिल, नेशनल रिसर्च फाउंडेशन बिल, कोस्टल एक्वाकल्चर से जुड़ा बिल समेत कई महत्वपूर्ण बिल पास किए हैं.
ये ऐसे बिल थे जो हमारे मछुआरों के हक़ के लिए थे जिसका सबसे ज़्यादा लाभ केरल को होना था. केरल के सांसदों से ज़्यादा अपेक्षा थी कि वे ऐसे बिल पर तो अच्छे से चर्चा में हिस्सा लेते. लेकिन राजनीति उन पर ऐसे हावी हो चुकी है कि उन्हें मछुआरों की चिंता नहीं है.