जेपी नड्डा ने क्यों किया यूपी का दौरा
उत्तर प्रदेश, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश का दो दिवसीय दौरा कर चुके है, बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी के अंदर मनमुटाव से लेकर तमाम छोटी-बड़ी दिक्कतों को निपटाने के लिए खुद पार्टी के सेनापति मैदान में उतर चुके हैं, उसके साथ पंचायती चुनाव में नाराज कार्यकर्ताओं नेताओं के अरेस्टमेंट के लिए खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष लखनऊ पहुंचे थे।
सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लगातार कई बैठक की, जिसमें कुछ बैठकर तो बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है
संगठन और सरकार के समन्वय की बैठक
इस बैठक में जेपी नड्डा ने यह तय किया कि किस तरीके से सरकार और संगठन दोनों एक साथ मिलकर काम करेंगे और दोनों के बीच में जो मनमुटाव है उसको दूर करने की कोशिश भी करते हुए नड्डा नजर आए।
इसके साथ साथ बैठक में फीडबैक लिया गया कि, किसका काम करने की क्वालिटी अच्छी है और किसकी उम्मीद से भी खराब
इसी बैठक के बाद सूत्रों के द्वारा यह जानकारी पता चली है कि कई लोगों की कुर्सी खतरे में बताई जा रही है, जिससे जेपी नड्डा संतुष्ट नहीं दिखाई दिए, इस फेहरिस्त में कुछ लोग सरकार में भी हैं और कुछ लोग संगठन में भी
जेपी नड्डा ने उत्तर प्रदेश के चारों प्रांतों के विधायक और सांसदों की भी बैठक की
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेपी नड्डा उत्तर प्रदेश के चारों प्रांतों के विधायक और सांसदों के साथ भी बैठक किए जिसमें ब्रज क्षेत्र अवध क्षेत्र पूर्वांचल क्षेत्र और बुंदेलखंड क्षेत्र शामिल है, इस बैठक में सांसदों और विधायकों की कई संकाअयों को और परेशानियों को दूर करने की कोशिश भी की, मगर कितनी परेशानी और दुविधा दूर हुई इसकी पूरी पुख्ता जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई
जेपी नड्डा ने मंत्रिमंडल के साथ भी की बैठक
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा योगी मंत्रिमंडल के साथ भी बैठक किए, इस बैठक में जेपी नड्डा ने रिपोर्ट कार्ड भी देखा और कार्यशैली का भी परीक्षण किया कि आखिर किस का काम कितना अच्छा है जिससे बीजेपी को 2022 में लाभ पहुंच सकता है
सूत्र यह भी कहते हैं कि योगी मंत्रिमंडल में कई बदलाव भी होने लगभग तय माने जा रहे हैं जिसमें उन मंत्रियों का नाम शामिल है जो अपनी कुर्सी इस बार बचा नहीं पाएंगे जिनके कार्यप्रणाली से शीर्ष नेतृत्व खुश नहीं है
बात यह भी सामने आई कि कुछ लोगों के अधिकार कम किए जा सकते हैं और कुछ नए लोगों के अधिकार बढ़ाए जा सकते हैं जिसमें अरविंद कुमार शर्मा का भी नाम कहीं ना कहीं अप्रत्यक्ष रूप से सामने आया
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सोशल मीडिया आईटी सेल की बैठक
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उत्तर प्रदेश के चुनाव की दिशा निर्देश को नेताओं को देने के बाद बीजेपी सोशल मीडिया यानी बीजेपी आईटी सेल की भी बैठक की, जिसमें यह तय किया गया कि आखिर एजेंडा क्या रखना है 2022 के चुनाव को देखते हुए बीजेपी अभी से अपने सोशल मीडिया को एक्टिव कर देना चाहती है सूत्रों की मानें तो पूरी तरीके से बीजेपी सोशल मीडिया की पावर 2022 के चुनाव में देखने को मिलेगी, जिसमें सरकार की किए गए कामों का प्रचार प्रसार से लेकर विपक्षियों के सवालों का जवाब देने का भी सिलसिला शामिल हो सकता है।
विशेष सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि बीजेपी के हर प्रत्याशी जो 2022 के विधानसभा चुनाव में लड़ेंगे उनका सोशल मीडिया नेटवर्क भी मजबूत करने का लगातार कवायद जारी है
कुल मिलाकर जेपी नड्डा का लखनऊ का दो दिवसीय दौरा सरकार संगठन और समन्वय को देखते हुए आईटी सेल के पावर को मजबूत करने से के साथ-साथ 22 के चुनाव के दिशा निर्देश को जारी करना था और विपक्षी में मौजूद विपक्षी पार्टियों को किस तरीके से शिकस्त दी जाए, हालांकि इस वक्त उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सीधी लड़ाई समाजवादी पार्टी से है