UNSC प्रस्ताव पर वोटिंग से भारत ने क्यों बनाई दूरी? पढ़ें आज की 10 बड़ी खबरें
संयुक्त राष्ट्र. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में यूक्रेन पर हमले को लेकर प्रस्ताव पर भारत ने वोटिंग दूरी बनाई. जबकि, 11 देशों ने इसपर अपना समर्थन जताया है. भारत के अलावा वोटिंग से अलग रहने वालों में चीन (China) और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) का नाम भी शामिल है. रूस ने इस प्रस्ताव पर अपनी वीटो शक्ति का इस्तेमाल किया. यूक्रेन के खिलाफ रूस सैन्य कार्रवाई को लेकर UNSC में आपातकालीन सत्र आयोजित हुआ था.
यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने कहा कि भारत, यूक्रेन में जारी घटनाओं से काफी परेशान है और तत्काल हिंसा रोकने की अपील करता है. प्रस्ताव से दूरी बनाने को लेकर भारत ने कारण भी गिनाएं हैं. जिसमें उन्होंने भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जाहिर की. त्रिमूर्ति ने कहा, ‘इंसानों के जीवन की कीमत पर कभी कोई समाधान नहीं मिल सकता. हम यूक्रेन में बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों समेत भारतीय समुदाय की सुरक्षा और कल्याण को लेकर भी काफी चिंतित हैं.’
1-यूक्रेन पर हमले के बाद रूस ने FB को क्यों किया सीमित, जानिए क्या है वजह
यूक्रेन पर आक्रमण के बीच रूस ने फेसबुक के एक्सेस को सीमित किया है. रूस के कई न्यूज संस्थानों के फेसबुक अकाउंट सीमित हो गए हैं. रूसी नियामक संस्था रोस्कोमनाडजोर (Roskomnadzor) ने एक बयान में कहा है कि रूसी मीडिया नियामक संस्था ने अमेरिकी कंपनी पर सेंसरशिपर का आरोप लगाते हुए कहा है कि इससे रूसी जनता के अधिकारों का उल्लंघन हुआ है. इस बीच फेसबुक ने कहा कि उसने रूस के स्वामित्व वाली न्यूज एजेंसियों के फैक्ट चैकिंग और लेबलिंग कंटेंट को रोके जाने से इनकार कर दिया है. हालांकि अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि रूसी मीडिया नियामक के इस प्रतिबंध का वास्तव में मतलब क्या है.
दूसरी तरफ फेसबुक की ओर से भी भी अभी स्थिति साफ नहीं है. फेसबुक की अन्य सेवाएं व्हाट्स एप, मैसेंजर और इंस्टाग्राम पर इसका क्या असर पड़ेगा, इसके बारे में भी अभी कुछ स्पष्ट नहीं है. रूसी मीडिया नियामक ने फेसबुक से मांग की है कि रूस की समाचार एजेंसी RIA, टीवी चैनल ज़्वेज़्दा और प्रो क्रेमलिन समर्थक समाचार साइटों Lenta.Ru और Gazeta.Ru पर लगाए गए प्रतिबंधों को अविलंब हटाए.
2-उत्तर प्रदेश बिजली विभाग के 55 इंजीनियर बर्खास्त, 10 साल से ड्यूटी से थे गायब
उत्तर प्रदेश में ड्यूटी में कोताही बरतने के मामले में दर्जनों की संख्या में सरकारी इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने दायित्व का निर्वाह नहीं करने वाले अभियंताओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. बर्खास्त किए गए इंजीनियर्स बिना अनुमति के वर्षों से ड्यूटी से गैरहाजिर थे. UPPCL की ओर से इन अभियंताओं के घर तक आरोपपत्र भी भेजे गए थे, लेकिन कोई जवाब नहीं आया. UPPCL ने अखबरों में भी इस बाबत विज्ञापन दिया था. उसपर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. इसके बाद 55 इंजीनियर को सेवामुक्त करने का फैसला किया गया. बताया जाता है कि कुछ इंजीनियर्स 5 तो कुछ तकरीबन 10 साल से ड्यूटी से गायब थे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, UPPCL में कार्यरत 91 इंजीनियर ऐसे मिले जो बिना किसी पूर्व सूचना और वरिष्ठ अधिकारियों की अनुमति के बगैर ही 5 साल से भी ज्यादा समय से ड्यूटी पर नहीं आ रहे थे. मामले के संज्ञान में आने के बाद UPPCL ने मुख्य अभियंता को जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी. छानबीन में पता चला कि ये इंजीनियर पिछले तकरीबन 10 वर्षों से कार्यालय आ ही नहीं रहे हैं. इन्होंने इस बारे में न तो किसी को बताया और न ही अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना ही दी. इसके बाद UPPCL की ओर से इन अभियंताओं के घर पर ही आरोपपत्र भिजवाए गए. इसपर कोई रिस्पांस नहीं आने पर अखबरों में इसका विज्ञापन दिया गया. इसके बावजूद कोई जवाब नहीं आया. UPPCL का कहना है कि ड्यूटी से गायब इंजीनियर को पक्ष रखने का पूरा अवसर दिया गया, लेकिन किसी ने भी विभाग से संपर्क नहीं किया. इसके बाद 91 में से 55 इंजीनयर को बर्खास्त करने का फैसला लिया गया. बाकी बचे इंजीनियर की जांच चल रही है.
3-यूक्रेन संकट हो या कोरोना महामारी, जब संकटमोचक बन भारतीयों को बचाकर लाया एयर इंडिया
रूसी आक्रमण के बाद यूक्रेन (Ukraine) में फंसे भारतीय नागरिकों की निकालने की कोशिशें जारी हैं. यहां भी भारतीय हवाई सेवा एयर इंडिया संकटमोचक बनकर सामने आई है. खबर है कि शनिवार को एयर इंडिया रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट और हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के लिए 3 उड़ाने संचालित करेगा. आंकड़े बताते हैं कि यूक्रेन में करीब 20 हजार भारतीय फंसे हुए हैं. इनमें मुख्य रूप से छात्र शामिल हैं. हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब एयर इंडिया ने मुश्किल हालात में देशवासियों की सेवा की है.
कई दशकों से विदेशों में तनाव की स्थिति में भारतीय नागरिकों को निकालने में एयर इंडिया की भूमिका काफी अहम रही है. इतना ही नहीं विमान सेवा को सिविल एयरलाइनर के जरिए लोगों की सबसे बड़ी निकासी को अंजाम देने का गौरव प्राप्त है. इस बात का जिक्र गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी किया गया है. साल 1990 में इराक की तरफ से किए गए हमले के बाद एयर इंडिया ने 1 लाख से ज्यादा लोगों को कुवैत से निकाला था.
4-पानीपत की ट्विंकल पहुंची घर, बोली-माहौल बहुत खराब हो चुका था
हरियाणा के पानीपत जिले के गांव बिहोली से युक्रेन एमबीबीएस करने गई छात्रा ट्वींकल वतन लौटी है. यूक्रेन में हालात बिगड़ चुके हैं. हाल ही में यूक्रेन से इंडिया लौटी एमबीबीएस छात्रा ट्विंकल ने बताया कि यूक्रेन में माहौल बहुत ज्यादा खराब हो चुका है और लगातार वहां पर हवाई हमले हो रहे हैं. शहरों के मॉल और मार्केट सब कुछ बंद कर दिया गया है, जिसके चलते वहां रह रहे लोगों और इंडियन छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इंडियन छात्र डरे हुए हैं. सभी स्कूल-कॉलेज बंद हो चुके हैं
ट्विंकल ने सुनाई दास्ता
इंडिया वापस आने के बाद जब जब ट्विंकल ने यूक्रेन में फंसे गांव के पड़ोसी जतिन से वीडियो कॉल पर बात की. जतिन ने बताया कि इंडियन छात्रों को बंकरों में रहकर रात गुजारनी पड़ी है और फिलहाल उन्हें किसी प्रकार की कोई भी सुविधा नहीं मिल रही है. बंकरों में रात भर जागना पड़ा है, क्योंकि ना तो वहां पर साफ-सफाई थी और ना ही खाने-पीने की कोई व्यवस्था. उन्होंने भारत सरकार से गुहार लगाई है कि यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द निकाल जाए. इंडियन छात्र बहुत डरे हुए हैं. ट्विंकल ने बताया कि जब वह एयरपोर्ट पर पहुंची तो वहां पर हजारों बच्चे अपनी फ्लाइट का इंतजार कर रहे थे.
5-यूक्रेन-रूस की जंग में क्यों नहीं कूद रहा अमेरिका, क्या चीन है इस डर की वजह? जानें
यूक्रेन आज जिस संकट में है उसके लिए अमेरिका और नाटो को भी खलनायक के रूप में देखा जा रहा है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 22 फरवरी 2022 को पूर्वी यूक्रेन के दो राज्यों, दोनेत्स्क और लुहांस्क को अलग देश का दर्जा दे दिया. इसके बाद 24 फरवरी की सुबह यूक्रेन पर हमला कर दिया. यूक्रेन जब संकट में पड़ा तो न ही NATO और न ही अमेरिका, ने मदद के लिए अपने सैनिक उसकी धरती पर भेजे.
यूक्रेन की उदारता अब उस पर बुहत भारी पड़ रही?
जो यूक्रेन इस वक्त रूस के सामने बेहद कमजोर दिख रहा है, आज से 30 साल पहले वह ऐसी स्थिति में बिल्कुल नहीं था. इस कहानी को जानने के लिए हम आपको इतिहास में करीब 30 साल पीछे साल 1991 में ले चलते हैं. तारीख थी 25 दिसंबर, जब तत्कालीन सोवियत संघ (Union of Soviet Socialist Republics) के राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव ने 10 मिनट तक भाषण दिया और सोवियत संघ के विघटन की घोषणा कर दी. इसके बाद सोवियत संघ 15 स्वतंत्र राष्ट्रों में बंट गया.
6-यूपी चुनाव में गांधी परिवार का इमोशनल कार्ड, प्रियंका और राहुल बोले-अमेठी से है हमारा खास रिश्ता
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में अमेठी में पांचवें चरण में मतदान होना है. इस बीच आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने अमेठी में प्रचार किया. राहुल ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि साल 2014 में आयोजित जनसभाओं में पीएम नरेंद्र मोदी अपने भाषण में दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात कहते थे, लेकिन इस चुनाव में वह अपने भाषण में रोजगार देने की बात क्यों नहीं करते? साथ ही कहा कि 40 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज आ गई है. इसके साथ प्रियंका ने गांधी परिवार का इमोशनल कार्ड खेलते हुए अपने पक्ष में वोट डालने की बात कही है.
राहुल गांधी ने कहा कि देश के रीढ़ की हड्डी माने जाने वाले किसानों को आज पीएम नरेंद्र मोदी ने तोड़ दिया है. आप शिक्षा के लिए अपने जेब से हर महीने बच्चों के पढ़ाई के लिए पैसा देते हो. मैं आप से पूछता हूं कि यूपी में रोजगार ही नहीं है, तो अपने बच्चों को कॉलेज यूनिवर्सिटी भेजने का क्या फायदा है? क्या आप अपने बच्चों को कॉलेज यूनिवर्सिटी चेहरा दिखाने के लिए भेजते हो या उन्हें रोजगार मिले इसलिए भेजते हो. सरकार की जिम्मेदारी होती है कि देश के युवाओं को रोजगार देना. पीएम पर हमला बोलते हुए कहा,’ नरेंद मोदी कहते हैं कि 70 साल हिंदुस्तान में कुछ नहीं हुआ. यहां पर ट्रिपल आईटी, बीएचएल, एचएएल, नेशनल हाइवे का जाल है ये किसने बिछाया है. हम मेगा फूड पार्क व हिंदुस्तान पेपर मील लाना चाहते थे.
7-गोवा में फंसे यूक्रेन के पर्यटकों ने लगाई भारत सरकार से गुहार, हमें शरणार्थी का दर्जा दें
पर्यटक के तौर पर गोवा आए यूक्रेन के करीब 10 से 12 नागरिकों के एक समूह ने अपने देश पर रूस के हमले के खिलाफ शुक्रवार को राजधानी पणजी में शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकाला. यहां उन्होंने सेंट मेरी इमकुलेट कंसेप्शन चर्च के बाहर प्रदर्शन किया. वे अपने देश के समर्थन में तख्तियां लिये हुए थे. इनलोगों ने रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष खत्म होने तक भारत सरकार से शरणार्थी का दर्जा देने की भी गुहार लगाई.
ये प्रदर्शनकारी हाथ में यूक्रेन का झंडा पकड़े हुए और अपने चेहरे पर राष्ट्रीय ध्वज पेंट करवाए थे. इस दौरान Say No To War के बैनर थामे उन्होंने ‘यूक्रेन के साथ हैं’ जैसे नारे लगाए. पर्यटकों ने कहा कि भारत को उनके देश की मदद करनी चाहिए, जिस पर रूस ने आक्रमण कर दिया है. उन्होंने कहा कि उनका देश अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहा है.
8-NIA ने केरल, आंध्रप्रदेश में मारे छापे, डिजिटल डिवाइस कींं जब्त, जानें क्या है मामला
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शुक्रवार को केरल (Kerala) और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) भर में तीन स्थानों पर छापेमारी की. ये छापे पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) भर्ती मामले के सिलसिले में मारे गए थे. इसमें केरल के वायनाड जिले और आंध्र प्रदेश के गुंटूर और चित्तूर जिले में एजेंसी ने कार्रवाई की. इसमें कई आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस, सिम कार्ड, डिजिटल स्टोरेज डिवाइस जब्त करने का दावा किया है.
एनआईए के अधिकारियों के हवाले से कहा है कि यह मामला युवाओं को भाकपा (माओवादी) में भर्ती करने से जुड़ा हुआ है. इन युवाओं को आगे ट्रेनिंग देकर आतंकवादी शिविरों के आयोजन में इस्तेमाल किया जाता था. भारत की अखंडता और संप्रभुता और एकता को खतरे में डालने के लिए युवाओं को इस्तेमाल करने की कोशिश की जा रही थी.
9-जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के हाथ लगी बड़ी सफलता, लश्कर के 2 आतंकी ढेर
जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में शुक्रवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ (Shopian Encounter) में लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के दो आतंकी ढेर हो गए, जबकि एक नागरिक की भी मौत हो गई. जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. प्रवक्ता के मुताबिक, शोपियां के अमशीपोरा गांव में आतंकियों की मौजूदगी के बारे में मिली खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने गुरुवार रात वहां संयुक्त घेराबंदी की एवं तलाशी अभियान चलाया.
जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu-Kashmir Police) के प्रवक्ता ने बताया कि कई घरों की घेराबंदी कर इलाके में छिपे आतंकियों का पता लगाने के लिए तलाशी शुरू की गई. संदिग्ध जगह के आसपास फंसे नागरिकों को सुरक्षित निकालने के दौरान पास के एक घर में छिपे दो आतंकियों ने बाहर आकर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. आतंकियों की गोलीबारी में अमशीपोरा निवासी शकील अहमद गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें फौरन चिकित्सकीय मदद के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह बच नहीं पाए.
10-यूक्रेन-रूस युद्ध से उत्तराखंड के लोगों की बढ़ी टेंशन, सीएम धामी ने उठाए ये दो बड़े कदम
यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध को लेकर उत्तराखंड में भी टेंशन बनी हुई है. दरअसल राज्य के तमाम छात्र वहां रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. जबकि यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध होने के बाद इंटरनेशनल फ्लाइट बंद होने के कारण ये छात्र यूक्रेन में फंस गए हैं. इसके चलते उत्तराखंड में रह रहे परिजन परेशान हैं. वहीं, परिजन राज्य सरकार पर दबाव बना रहे हैं कि वे केंद्र सरकार से संपर्क कर उनके बच्चों को यूक्रेन से निकालने में मदद करें.
इधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने यूक्रेन में रह रहे उत्तराखंड के लोगों की सुरक्षा के संबंध में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) से फोन पर बातचीत की है. डोभाल ने कहा कि भारत सरकार यूक्रेन में रह रहे सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है. भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. इससे पहले सीएम विदेश मंत्री से लेकर प्रधानमंत्री पीएम मोदी से भी बातचीत कर चुके हैं.