पूर्व उपराष्ट्रपति अंसारी ने बीच में क्यों छोड़ा इंटरव्यू, जानें पूरा मामला
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने अपनी नई किताब को लेकर एक निजी न्यूज चैनल को साक्षात्कार दिया। इसमें उन्होंने कहा कि सेक्युलिरज्म अब सरकार के शब्दकोष में नहीं है, जोकि 2014 से पहले तक मौजूद था।
हालांकि ‘मुस्लिमों में असुरक्षा’ के अपने बहुचर्चित बयान को लेकर बार-बार पूछे जाने पर उन्होंने न केवल एंकर की मानसिकता पर सवाल उठाए बल्कि बीच में ही इंटरव्यू से उठ गए।
एक चैनल पर शनिवार रात प्रसारित हुए इंटरव्यू में अंसारी ने अपनी किताब में लिखी बात को दोहराते हुए कहा कि आज सरकार के शब्दकोष में सेक्युलरिज्म शब्द है ही नहीं। जब उनसे पूछा गया कि क्या 2014 से पहले की सरकार के शब्दकोष में यह शब्द था तो उन्होंने कहा- हां लेकिन पर्याप्त नहीं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में लोगों को धर्म के नाम पर जेल में बंद किया जा रहा है।
हामिद अंसारी ने लव जिहाद और तीन तलाक पर बात रखते हुए कहा कि यूपी में लोगों को बंद किया जा रहा है। तीन तलाक कभी धार्मिक मान्यता प्राप्त नहीं था, यह सामाजिक बुराई थी। इसके खिलाफ कानून बना यह ठीक है, लेकिन इसे लागू किस तरह किया जा रहा है।
पूर्व उपराष्ट्रपति से एंकर ने एक के बाद एक तीखे सवाल पूछना शुरू किया। उनसे हिंदू आतंकवाद से लेकर तुष्टीकरण और ‘मुस्लिमों में असुरक्षा’, भीड़ हिंसा को लेकर सवाल पूछे गए। इससे वे नाराज हो गए और बीच में ही इंटरव्यू से खड़े हो गए और थैंक्यू कहते हुए माइक निकाल दिया।
जब अंसारी से पूछा गया कि हिंदू आतंकवाद कहा जाता था, तब क्या सरकार की डिक्शनरी में सेक्युलरिज्म था, इससे वे काफी नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि इस तरह की बात उन्होंने तो कही नहीं है। किसी ए, बी, सी की कही बातों को मुझसे मत जोड़िए। जिन्होंने यह बात कही, उनसे ही पूछिए।
एकंर ने अंसारी से पूछा, ‘आप 10 साल तक उपराष्ट्रपति रहे, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वीसी रहे, अल्पसंख्यक आयोग के प्रमुख रहे, राजनयिक रहे, देश ने आपको इतना कुछ दिया लेकिन आपने कार्यकाल के आखिरी दिन आपने कह दिया कि मुस्लिम असुरक्षित हैं, इसकी क्या वजह है?’ इसके जवाब में पूर्व उपराष्ट्रपति ने कहा कि ऐसा उन्होंने जनता की धारणा के आधार पर कहा था।
इसी क्रम में उन्होंने भीड़ हिंसा का भी जिक्र किया। जब इसके विरोध में उनसे पूछा गया कि भीड़ हिंसा तो हिंदुओं की भी होती है, तब अंसारी ने कहा कि होती होगी। एंकर ने उनसे कई बार यह सवाल पूछा कि आपको आखिर क्यों लगा कि मुस्लिम असुरक्षित है, बार-बार मुस्लिम असुरक्षा को लेकर सवाल पूछे जाने पर अंसारी बेहद नाराज हो गए और इंटरव्यू को बीच में छोड़कर चले गए।