जन आरोग्य मेले के शुभारंभ पर CM योगी ने क्यों कहीं ये बातें, जानिए यहाँ
फर्रूखाबाद: उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आरोग्यता प्राप्त करना हर किसी का अधिकार है। योगी ने आज फर्रूखाबाद जिला मुख्यालय से करीब 38 किलोमीटर दूर विश्व विख्यात बौद्ध पर्यटक तीर्थस्थल संकिसा में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में आयोजित मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का फीता काटकर शुभाम्भ किया।
66 करोड़ की परियोजनाओं का किया लोकार्पण
उन्होंने प्रदेश के CM ने पहले जन आरोग्य मेले का शुभारम्भ करते हुये कहा कि आरोग्यता प्राप्त करना हर किसी का अधिकार है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के तीन हजार चार सौ स्थानों पर प्रत्येक रविवार को मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेलों के आयोजन शुरू होंगे। उन्होने यहां प्रदर्शनी भी देखी। इस मौके पर श्री योगी ने यहां 52 करोड़ रूपये की लागत की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास करते हुए करीब 66 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया।
3 हज़ार से भी अधिक लगेंगे आरोग्य मेले
संकिसा में आयोजित जनसभा के संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोग्यता प्राप्त करना हर किसी का अधिकार है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई शुरू होने पर प्रदेश में जन आरोग्य मेलों का आयोजन हमें स्थगित करना पड़ा था। आज प्रदेश का पहला मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का शुभारम्भ विश्व विख्यात बौद्ध पर्यटक तीर्थस्थल संकिसा में किया गया। इसके बाद अब प्रदेश के तीन हजार चार सौ स्थानों पर प्रत्येक रविवार को मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेलों के आयोजन होंगे।
सबसे पहले इन्हें लगेगी कोरोना की वैक्सीन
मुख्यमंत्री ने कोरोना (covid) की चर्चा करते हुए कहा आज पूरी दुनिया इस महामारी से जूझ रही है । हमारे देशवासियों ने कोरोना संक्रमण के दस माह में अपने अनुशासन एवं शासन के प्रति प्रतिबद्धता का परिचय दिया है। कोरोना की लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यों का अभिनन्दन करते हुये उन्होंने बताया कि कोरोना वैक्सीन की शुरूआत मकर संक्रांति 16 जनवरी से चार चरणो में होगी। जिसमें प्रथम चरण में चिकित्सक आदि द्वितीय चरण में राजस्व कार्मी आदि तृतीय चरण में 50 वर्ष की उम्र वाले तथा चौथे चरण में सामान्य लोगों को कोरोना से निपटने के लिये वैक्सीन मिलेगी।
उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि हर व्यक्ति को शासन की योजनाओं का लाभ मिलें लेकिन बहुत बार प्रचार-प्रसार न होने से पात्र लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ नहीं पहुॅच पाता जबकि समाज में पात्र लाभार्थियों के नाम सामने आने चाहिए।