चीन ने बनाया 13 मंजिला अस्पताल, कोरोना वायरस को लेकर आखिर अब क्या छुपा रहा है चीन ?
कोरोना का कहर शुरु तो चीन से हुआ था लेकिन आज आधी दुनिया उस कहर को भुगत रही हैं। पिछले दिनों जब ये खबरें सामने आई कि चीन ने उस शहर में लॉकडाउन खोल दिया है जहां से कोरोना नाम का वायरस पहली बार सुनाई दिया था। यानी कि वुहान तो दुनिया को थोड़ी राहत मिली कि कोरोना पर कंट्रोल असंभव नही हैं और चीन की बताई हुई राह पर चल कर । चीन के सुझाए हुए कोरोना कंट्रोल के मॉडल को फोलो करते हुए पूरी कोरोना प्रभावित देशों ने भी लॉकडाउन को फोलो किया और उम्मीद की चीन की तरह बाकि देश भी जल्द ही कोरोना पर काबू पा लेंगें..लेकिन इसी बीच खबर आई कि चीन 13 मंजिला अस्पताल बना रहा हैं।
अब सवाल ये उठता है कि अगर चीन में सब कुछ ठीक हो रहा हैं । चीन ने अगर कोरोना वायरस पर नियंत्रण पा लिया हैं। जिसके चलते उसने कोरोना को जन्म देने वाले वुहान शहर से भी लॉकडाउन हटा दिया तो फिर अचानक से चीन को 13 मंजिला अस्पताल खड़ा करने की नौबत क्यों आ गई। आखिर ऐसा कौन सा सच है जो चीन पूरी दुनिया से छुपा रहा हैं।
दरअसल जिस कोरोना वायरस पर चीन काबू पाने के दावे कर रहा हैं। वही वायरस एक बार फिर से चीन के लिए परेशानी खड़ा कर रहा हैं। चीन की सरकारी मीडिया के मुताबिक, देश में रूस से सबसे अधिक संख्या में कोरोना वायरस के संक्रमित आए हैं। काफी लोग सुइफेन्हे से ही चीन में दाखिल हुए। इनमें चीनी नागरिक भी शामिल हैं जो रूस में बिजनेस करते हैं। अब तक सुइफेन्हे में विदेश से कोरोना के कम से कम 243 मामले आ चुके हैं। वहीं, ये आकड़े बढ़ते जा रहे हैं। कई लोग तो ऐसे है जिनमें कोरोना के लक्षण नज़र ही नही आ रहे हैं। साथ ही जिस तरह से 70 हजार की आबादी वाले सुइफेन्हे में शहर में मरीज़ो का आकड़ा बढ़ता जा रहा हैं उसके चलते चीन ने सुइफेन्हे को चीन ने पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया हैं।
कोरोना के बढ़ते हुए मरीज़ों की संख्या को देखते हुए चीन ने सुइफेन्हे में 13 मंजिला नया हॉस्पिल बना दिया हैं। जिसमें अब कोरोना मरीज़ो को भर्ती किया जा रहा हैं। साथ ही शहर में एक लैब भी तैयार किया जिसमे रोज़़ 1000 टेस्ट होंगें। बता दे कि इस वक्त चीन के लिए वो मरीज़ ज्यादा परेशानी का सबब है जिनके अंदर कोरोना के लक्षण नज़र ही नही आ रहे हैं …क्योकि उनसे कोरोना फैलने खतरा ज्यादा होता हैं ..फिलहाल चीन इस समस्या का समाधान ढुढने में लगा हुआ हैं ।