पीएम मोदी के प्रिय चीतों की मौत क्यों हो रही है? कूनो में काल कौन?
मध्य प्रदेश: कूनो नेशनल पार्क (केएनपी) में को एक और अफ्रीकी चीते की मौत हो गई। इससे पिछले तीन महीनों में भारत में मरने वाले चीतों की कुल संख्या सात हो गई है अधिकारियों ने कहा कि संदिग्ध आपसी लड़ाई के कारण चीते की मौत हो गई।
भारत की महत्वाकांक्षी परियोजना ‘चीता प्रोजेक्ट’, जिसका उद्देश्य कभी एशियाई उप-प्रजातियों का घर रहे मध्य भारत के कुछ घास के मैदानों में अफ्रीकी चीतों को बढ़ाना है, के हिस्से के रूप में इन चीतों को दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से भारत लाया गया है।11 जुलाई की सुबह चीतों का दैनिक निरीक्षण और व्यवहार आदि में किसी भी बदलाव की जांच करने वाली निगरानी टीम ने नर चीते तेजस के गर्दन के ठीक ऊपर एक घाव देखा।वह बाड़े में था और इस साल फरवरी में दक्षिण अफ्रीका से कूनो लाया गया था. निगरानी टीम ने इसकी सूचना पालपुर के पशु चिकित्सकों को दी।निरीक्षण करने पर पशुचिकित्सकों ने पाया कि घाव गहरा है।मध्य प्रदेश वन विभाग के एक बयान के अनुसार, 11 जुलाई को दोपहर लगभग 2 बजे इसकी मृत्यु हो गई. बयान में कहा गया है कि पोस्टमार्टम से मौत का असली कारण पता चलेगा।
वन्यजीवों के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) और मध्य प्रदेश के मुख्य वन्यजीव वार्डन जेएस चौहान ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘लगभग चार साल की उम्र के चीते तेजस की कूनो नेशनल पार्क में संदिग्ध आपसी लड़ाई के कारण मौत हो गई।उन्होंने बताया कि घटना के समय जानवर एक बाड़े में था।