क्यों शम्सी गोलीकांड की निंदा भी ठीक से नहीं कर पा रहे हैं BJP नेता?
बिहार में विपक्ष चीख-चीखकर कह रहा है कि अपराध बढ़ गया। आम से लेकर खास भी सुरक्षित नही हैं। सत्तारुढ़ JDU और BJP कल तक अपराध को लेकर सरकार का बचाव कर रहे थे।
लेकिन, BJP के प्रदेश प्रवक्ता अजफर शम्शी को सरेआम गोली मारने की घटना के बाद राजनीति गरमा गई। विपक्ष को अपने दावे को सही ठहराने का मौका मिल गया।
लेकिन BJP के सामने तो ‘आगे कुआं पीछे खाई’ वाली स्थिति हो गई। उनकी मजबूरी है कि खुलकर कुछ कह नहीं सकते।
शम्शी को गोली लगने के तुरंत बाद BJP के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि वो पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। यह बेहद दुखद घटना है। मेरी शम्शी जी से बात हुई है। वे ठीक हैं। मैंने DGP से बात की है।
उन्होंने SP को मामले में तुरंत कार्रवाई करने को कहा है। लेकिन जायसवाल अंत में यह कहना नहीं भूले कि लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा मुख्यमंत्री कर रहे हैं, सबकुछ सॉल्व हो जाएगा।
BJP के एक और प्रवक्ता संजय सिंह टाइगर और JDU के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने एक जैसी ही बात कही – घटना दुखद है। अपराधी बचेंगे नहीं। जल्द सलाखों के पीछे होंगे।
राजद को तो बैठे-बिठाए मौका मिल गया। प्रदेश प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि सरकार से लोगों का इकबाल खत्म हो गया।
अब आम के साथ साथ खास को भी अपराधी निशाना बना रहे हैं। अब सत्तारुढ़ दल के नेताओं को भी नहीं बख्श रहे। राजद लगातार बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर ताकीद करता रहा है, लेकिन सरकार मंत्रमुग्ध है।
कांग्रेस ने भी अजफर शम्शी को गोली मारने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि अब सरकार के लोगों पर भी अपराधी गोलीबारी करने लगे हैं।
कब तक सरकार अपराधियों का यह कारनामा देखती रहेगी? बिहार का लॉ एंड ऑर्डर ध्वस्त हो चुका है। इस सरकार में आम से लेकर खास लोग तक महफूज नहीं हैं।