आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश में किसका कटेगी वोट
आम आदमी पार्टी आप उत्तर प्रदेश में अपना पैर पसारना शुरू कर दी है फिर आपको बता दें कि 22 की विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी अपने संगठन को उत्तर प्रदेश में मजबूत करने में लगी हुई है, फिलहाल आम आदमी पार्टी के आने से उत्तर प्रदेश की कई राजनीतिक पार्टियों को वोट कटने का डर भी सता रहा है आज आपको हम बताएंगे कि आम आदमी पार्टी किस किस पार्टी का उत्तर प्रदेश में वोट काट सकती हैं और किस की रणनीति खराब कर सकती है.
आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल लगातार उत्तर प्रदेश में अपनी पैठ बनाने के लिए अपने नेताओं को उत्तर प्रदेश भेज रहे हैं इसी सिलसिले में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी उत्तर प्रदेश पहुंचे साथ में उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह भी मौजूद रहे मगर इसके बाद भी लगातार दिल्ली से नेताओं का उत्तर प्रदेश आना जारी है आपको हम बताते हैं कि आम आदमी पार्टी शुरुआती दिनों में किस को नुकसान पहुंचा रही है तो सबसे पहले आम आदमी पार्टी का जो टक्कर उत्तर प्रदेश में हो रही है वह भारतीय जनता पार्टी से हो रही है भारतीय जनता पार्टी जिस तरीके से राष्ट्रवाद का मुद्दा को लेकर चुनाव में उतरती है ठीक उसी तर्ज पर आम आदमी पार्टी भी राष्ट्रवाद का मुद्दा लेकर उत्तर प्रदेश में उतर रही है.
भारतीय जनता पार्टी का जो वोट बैंक माना जाता है वह शहरी वोटबैंक माना जाता है और आम आदमी पार्टी भी अपनी पैठ शहरों में बना रही है भारतीय जनता पार्टी का वोट स्वर्ण समाज समाज में ज्यादा होता है आम आदमी पार्टी भी स्वर्ण समाज समाज पर टारगेट करती हुई दिखाई दे रही है खासकर कायस्थ और व्यापारी समाज पर आम आदमी पार्टी का ज्यादा प्रभाव दिखाई दे रहा है इसके साथ-साथ आम आदमी पार्टी का मुस्लिम और पिछड़ा वोट पर भी प्रभाव है अब आने वाले समय में आम आदमी पार्टी अपना किस तरीके से रणनीति बनाएगी वह भी काफी ज्यादा माहौल तय करेगा कि आम आदमी पार्टी किसका ज्यादा नुकसान करने वाली है फिलहाल प्राथमिक दृष्टि से देखा जाए तो आम आदमी पार्टी भारतीय जनता पार्टी का शहरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा नुकसान करती हुई दिखाई दे रही है.
उसके बाद भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ आम आदमी पार्टी कांग्रेस का भी नुकसान करती हुई उत्तर प्रदेश में दिखाई दे रही है इसके बाद आम आदमी पार्टी समाजवादी पार्टी का और बहुजन समाज पार्टी का नुकसान करती हुई दिखाई दे रही है साथ में आम आदमी पार्टी कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं को भी अपने में मिलाकर कमजोर करने में लगी हुई है इसके बाद बसपा और सपा के कार्यकर्ताओं पर भी आम आदमी पार्टी का नजर है साथ में नए नवेली छात्र नेता जो अभी छात्र राजनीति से निकल रहे हैं उन पर भी आम आदमी पार्टी की नजर लगातार बनी हुई है कुल मिलाकर आम आदमी पार्टी से हर पार्टी का नुकसान है जो उत्तर प्रदेश में पहले से अपना संगठन मजबूत कर रही है जिससे यह साफ है कि भाजपा कांग्रेस और सपा बसपा वह प्रमुख पार्टियां हैं जिसका सीधा आम आदमी पार्टी कुछ ज्यादा कुछ कम नुकसान करने वाली है.