WHO का ALERT-डेल्टा और ओमिक्रॉन डबल डेंजरस, ला सकते हैं कोरोना सुनामी
नई दिल्ली. कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस के डेल्टा (DELTA) और ओमिक्रॉन (Omicron) वेरिएंट का दोहरा खतरा सामने बना हुआ है. ऐसा संभव है कि इन दोनों वेरिएंट से संक्रमण के केस तेजी से बढ़ जाएं क्योंकि ये पिछले संक्रमण या फिर वर्तमान वैक्सीन के बावजूद किसी को भी संक्रमित कर सकते हैं. ऐसा संभव है कि इन वेरिएंट में वर्तमान वैक्सीन के विरुद्ध प्रतिरोधकता पैदा हो जाए.
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा कि हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम स्वास्थ्य असमानता को समाप्त करें. यह महामारी को समाप्त करने के लिए भी महत्वपूर्ण है. उन्होंने सरकारों से अगले साल जुलाई तक हर देश में 70 प्रतिशत COVID-19 वैक्सीन कवरेज सुनिश्चित करने का आग्रह किया. डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि यह समय अल्पकालिक राष्ट्रवाद से ऊपर उठने का है. आबादी और अर्थव्यवस्थाओं को भविष्य के रूपों से बचाने का समय है.
टेड्रोस ने स्वीकार किया था कि वैक्सीन रोलआउट में व्यवधान के पीछे दुनिया भर में आपूर्ति श्रृंखला में रुकावट भी थी. जबकि संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य संगठन के 92 सदस्य देश 40 प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य को पूरा करने से चूक गए थे. टेड्रोस ने कहा कि हेल्थ सिस्टम पर दबाव न केवल नए COVID19 रोगियों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता के कारण है, बल्कि बड़ी संख्या में खुद स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी बीमार हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग बिना टीकाकरण के हैं, उनके मरने का खतरा कई गुना अधिक है.
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने ओमिक्रॉन वेरिएंट पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन बहुत तेजी से फैल रहा है. वहीं डेल्टा के कारण केस तेजी से बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि डेल्टा और ओमिक्रॉन जुड़वां खतरे हैं जिनके कारण रिकॉर्ड संख्या में लोग बीमार पड़ रहे हैं और अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. इनमें से कुछ लोगों की मौत हो रही है. वहीं उन्होंने कहा कि लोगों को गलत सूचना से भी बचना चाहिए. अफवाह और गलत जानकारी के कारण लोगों को वैक्सीन लगवाने में हिचकिचाहट हुई.