पंजाब के नए CM की रेस LIVE
सिद्धू ने दावा ठोका, अंबिका सोनी ने ऑफर ठुकराया; कांग्रेस हाईकमान 24 घंटे बाद भी नाम तय नहीं कर पाया
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब का नया CM कौन होगा? इसको लेकर कांग्रेस का मंथन जारी है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक नए चेहरे के तौर पर अंबिका सोनी का नाम सबसे आगे चल रहा था। अंबिका सोनी पंजाब से राज्यसभा सांसद हैं। हालांकि अब खबर आ रही है कि उन्होंने स्वास्थ्य कारणों के चलते यह ऑफर ठुकरा दिया है। वहीं, सूत्रों के मुताबिक नवजोत सिद्धू ने भी अब उन्हें CM बनाने का दावा ठोक दिया है। जिस वजह से पेंच ज्यादा फंस गया है। उनके अलावा पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ भी दौड़ में बने हुए हैं।
इसके बाद सिद्धू और जाखड़ के हक में विधायकों की लामबंदी शुरू हो गई है। कुछ नेता जाखड़ के घर पहुंचे हैं तो कुछ विधायकों की सिद्धू के करीबी सुखजिंदर रंधावा के घर बैठक शुरू हो गई है।
वहीं, अगर जाखड़ के नाम पर मुहर लगी तो 55 साल बाद पंजाब को पहला हिंदू CM मिलेगा। इस बीच बड़ी खबर यह है कि पंजाब कांग्रेस विधायक दल की 11 बजे होने वाली बैठक को टाल दिया गया है। अब कांग्रेस हाईकमान सीधे ही इसकी घोषणा करेगा।
उधर, चंडीगढ़ के एक होटल में पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत, केंद्रीय ऑब्जर्वर अजय माकन और हरीश चौधरी के साथ कांग्रेस नेताओं की मुलाकातों का सिलसिला जारी है। कुल मिलाकर अभी तक पंजाब कांग्रेस के विधायकों में सर्वसम्मति बनती नजर नहीं आ रही है।
पंजाब कांग्रेस के संगठन महासचिव और सिद्धू के करीबी विधायक परगट सिंह ने कहा कि विधायक दल ने नए नेता को चुनने का अधिकार सोनिया गांधी को दे दिया है। अब फैसला वहीं से होगा।
नए CM के ऐलान से पहले चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस भवन में हलचल।
पहले यह फैसला शनिवार रात को ही विधायक दल की बैठक में होना था। इसलिए नया चेहरा चुनने का अधिकार सोनिया गांधी को देकर प्रस्ताव तुरंत ई-मेल से भेजा गया। जिसके बाद कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ का CM बनना लगभग तय माना जा रहा था। हालांकि अचानक पंजाब के सिख स्टेट होने की वजह से सिख चेहरे की मांग भी उठ गई, जिसके बाद कांग्रेस हिंदू और सिख चेहरे के चक्कर में फंस गई।
दो डिप्टी CM के फॉर्मूले पर भी कांग्रेस का मंथन
सिख और हिंदू चेहरे के चक्कर में फंसी कांग्रेस के भीतर अब एक CM और दो डिप्टी सीएम फॉर्मूले पर विचार हो रहा है। अगर किसी हिंदू चेहरे को CM बनाया जाता है तो फिर एक जट सिख और एक दलित को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। अगर सिख चेहरे को CM बनाया जाता है तो फिर एक हिंदू और एक दलित नेता को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। इस फॉर्मूले के जरिए कांग्रेस विरोधियों व खासकर अकाली दल के एक हिंदू और एक दलित को डिप्टी सीएम बनाने के चुनावी वादे का भी तोड़ निकाल सकती है। हालांकि अंतिम मुहर विधायक दल की बैठक में ही लगेगी।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा सौंपने के बाद पंजाब कांग्रेस में मंथन चल रहा है।
हाईकमान जाखड़ पर राजी, विधायक सिद्धू पर अड़े
कांग्रेस हाईकमान सुनील जाखड़ को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में है। इसका संदेश उन्हें भेज दिया गया है। जिसके बाद जाखड़ ने राहुल गांधी के गुण गाते हुए ट्वीट भी किया है। दिल्ली से आए ऑब्जर्वरों को भी यही बात कहकर भेजी गई। हालांकि CLP की बैठक के बाद सिख चेहरे के रूप में सुखजिंदर रंधावा व नवजोत सिद्धू का नाम भी सामने आया। सिद्धू के नाम पर ज्यादातर विधायक सहमत हैं, जिसके बाद शनिवार देर रात नाम की घोषणा को टाल दिया गया।
हिंदू-सिख का सियासी गणित साधने में जुटी कांग्रेस
सिद्धू को प्रधान बनाने के बाद पंजाब में कांग्रेस का हिंदू-सिख गणित गड़बड़ा गया था। CM व पार्टी प्रधान की कुर्सी पर दोनों जट सिख चेहरे हो गए। जिसे देखते हुए अब मंथन चल रहा है कि वही संतुलन फिर कायम किया जाए। कांग्रेस हाईकमान इसीलिए पंजाब में हिंदू CM बनाना चाहता है, लेकिन विधायक इस पर राजी नहीं हैं।
विरोधियों के हिंदू डिप्टी सीएम दांव का तोड़
कांग्रेस की इस सियासी उठापटक के बीच बड़ा निशाना विपक्षी अकाली दल के हिंदू डिप्टी सीएम के दांव को भी फेल करना है। अगर कांग्रेस हिंदू मुख्यमंत्री बना देती है तो चुनाव में हिंदू वोट बैंक को बटोरने में उसे आसानी रहेगी। यही वोट बैंक चुनाव में कांग्रेस की बड़ी ताकत भी रहता है। खासकर ऐसे वक्त में जब अकाली दल ने BJP से गठजोड़ तोड़ लिया है।