चीन के उस अस्पताल पहुंची WHO की टीम, जहां हुआ था पहले Covid 19 मरीज का इलाज
पूरे विश्व में तांडव मचा रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) की जांच को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक टीम चीन (China) पहुंची हुई है। इस टीम ने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए चीन के वुहान (Wuhan) प्रांत के उस अस्पताल का दौरा किया जहां पर एक साल पहले कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज का इलाज किया गया था।
अस्पताल का किया दौरा
अपने इस दौरे के दौरान टीम ने चीन के अधिकारियों से व्यक्तिगत मुलाकात की। आपको बता दें कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति के बारे में तथ्यों का पता लगाने के इस अभियान में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस अस्पताल के साथ ही अन्य स्थानों का भी दौरा करेगा।
14 दिन तक टीम रही क्वारंटीन
इस टीम के बारे में जानकारी देते हुए हॉलैंड की विषाणु वैज्ञानिक मारियन कूपमान्स ने ट्वीट किया कि अपने सहयोगियों के साथ मुलाकात की। आपको बता दें कि चीन आने के बाद से 14 दिन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम को पृथक-वास में रखा गया था। अब जब उनकी पृथक-वास की अवधि समाप्त हुई तो टीम ने चीन के अस्पताल का दौरा किया।
टीम इन स्थानों का करेगी दौरा
आपको बता दें कि कोरोना वायरस के पहले मरीज का इलाज ‘हुबेई प्रॉवेंशियल हॉस्पिटल ऑफ इंटिग्रेटेड चाइनीज एंड वेस्टर्न मेडिसीन’ में हुआ। यहां कोविड-19 का पहला मामला 27 दिसंबर 2019 को सामने आया था। डब्ल्यूएचओ ने पहले कहा था कि दल ने इस महामारी से संबंधित विस्तृत डेटा मांगा है और वह कोविड-19 के शुरुआती मरीजों और उनका इलाज करने वालों से भी मुलाकात करेगा और हुनान सीफूड मार्केट, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी एवं वुहान सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल की प्रयोगशालाओं जैसे स्थानों पर भी जाएगा।
ये बात किसी से छिपी नहीं है कि पिछले साल 2019 में चीन के वुहान शहर में इस वायरस का पहला केस सामने आया था। हालांकि अभी तक चीन ने इस बात की पुष्टि नहीं की लेकिन साउथ चाइना की एक वेबसाइट South China Morning Post ने एक रिपोर्ट पोस्ट की थी जिसमें 17 नवंबर की तारीख लिखी है। चीनी सरकार आज भी यही दावा करता है कि उनके यहां पर दिसंबर के महीने में कोरोना की पुष्टि हुई थी।
क्या था उस रिपोर्ट में?
उस रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में इस वायरस से सबसे पहले संक्रमित होने वाला व्यक्ति चीन के हुबेई प्रांत का रहने वाला था। अगर उसके उम्र की बात करें तो उसकी उम्र 55 साल बताई गई। उस शख्स के बाद ही इस वायरस ने दूसरे लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया। नवंबर के महीने में ही वहां पर चार पुरूषों और पांच महिलाओं के संक्रमित होने की सूचना मिली थी।