रूस द्वारा बनाई गई कोरोना वैक्सीन पर WHO ने जताई चिंता, कहा यह खतरनाक है !
रूस ने कोरोनावायरस की वैक्सीन बना ली है यह ऐलान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने किया है। व्लादीमीर पुतिन ने कहा है कि रूस ने कोरोनावायरस की वैक्सीन बना ली है। उन्होंने कहा है कि हमने कोरोना की सुरक्षित वैक्सीन बना ली है और देश में रजिस्टर्ड भी करा लिया है। मैंने अपनी दो बेटियों में एक बेटी को पहली वैक्सीन लगवाई है और वह अच्छा महसूस कर रही है। लेकिन अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि उसके पास अभी तक रूस के जरिए विकसित किए जा रहे कोरोनावायरस वैक्सीन के बारे में जानकारी नहीं है। डब्ल्यूएचओ ने रूस को वैक्सीन के मामले में जल्दबाजी ना दिखाने के लिए कहा है और उसके इस रवैया को खतरनाक भी बता दिया है।
रूस ने वैक्सीन का नाम अपने पहले सैटेलाइट सुप्तनिक V के नाम पर रखा है। रूसी स्वायत्त धन निधि के प्रमुख का कहना है कि इस वैक्सीन के लिए एक अरब देश के लिए उन्हें 20 से अधिक देशों से निवेदन मिल चुका है। लेकिन डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि रूस ने उनके साथ वैक्सीन और टेस्टिंग की प्रक्रिया से जुड़ी कोई जानकारी साझा ही नहीं की। डब्ल्यूएचओ को इस वैक्सीन के तीसरे चरण की टेस्टिंग को लेकर संशय है। संगठन के प्रवक्ता क्रिस्टियन लिंडमियर ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि अगर किसी व्यक्ति का तीसरे चरण का ट्रायल किए बगैर ही उसके उत्पादन के लिए लाइसेंस जारी कर दिया जाता है तो इसे खतरनाक मानना ही पड़ेगा।
डब्ल्यूएचओ के अंतर्गत आने वाले pan-american हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के सहायक निदेशक जरबास बारबोसा ने कहां है की जानकारी मिली है कि ब्राजील वैक्सीन बनाना शुरू करेगा। लेकिन जब तक और ट्रायल पूरे नहीं हो जाते यह नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वैक्सीन बनाने वाले किसी को भी इस प्रक्रिया का पालन करना है जो कि यह सुनिश्चित करेगा कि वैक्सीन सुरक्षित है। और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उसकी सिफारिश की है। पिछले हफ्ते विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रूस से आग्रह किया था कि वह कोरोना के खिलाफ वैक्सीन बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय गाइडलाइन का पालन करें।