कौन हैं चिराग पासवान का तख्ता पलटने वाले चाचा पशुपति पारस? जानें
पटना. बिहार की राजनीति में फिलहाल जिस नेता ने सबसे ज्यादा हलचल मचा रखी है, वह हैं पशुपति कुमार पारस (Pashupat Kumar Paras). दरअसल, पारस रातों-रात सुर्खियों में इसलिए आ गए क्योंकि उन्होंने अपने ही भाई रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा (LJP) से भतीजे चिराग पासवान का तख्तापलट करते हुए खुद ही पार्टी का अध्यक्ष और संसदीय दल दोनों के नेता बन गए हैं. लोक जनशक्ति पार्टी में रातों-रात हुए तख्तापलट के बाद पशुपति कुमार पारस सबसे ज्यादा चर्चित हो रहे हैं. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर कौन है पशुपति कुमार पारस जिन्होंने अपने ही भतीजे चिराग पासवान (Chirag Paswan) को हटाकर पार्टी के सुप्रीमो बन गए?
पशुपति कुमार पारस एलजेपी के संस्थापक और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष दिवंगत रामविलास पासवान के सबसे छोटे भाई हैं. तीन भाइयों में से दो का निधन हो गया है. ऐसे में पारस पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष चिराग पासवान के इकलौते चाचा हैं. सांसद बनने से पहले वह बिहार की नीतीश सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. वह अलौली से पांच बार विधायक रह चुके हैं. सन 1977 में अपना पहला विधानसभा चुनाव जीतने वाले पारस रामविलास पासवान के साथ साये की तरह रहते थे. वो 1977 से ही अलग-अलग पार्टियों के बाद एलजेपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ते रहे.
चिराग पासवान के चाचा पारस की गिनती बिहार की राजनीति में दलित चेहरे के रूप में भी होती है. उन्होंने हाजीपुर से 2019 का संसदीय चुनाव जीता और लोकसभा पहुंचे. इससे पहले वह बिहार सरकार में मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाली चुके हैं. रातों रात लोजपा का सत्ता पलटने के बाद यह भी कयास लगाया जा रहा है कि वह केंद्र की एनडीए सरकार में मंत्री बन सकते हैं.