कौन हैं न्यूजीलैंड के ब्लॉगर कार्ल रॉक, जिनका भारत आना बैन हो गया?

बीते साल न्यूजीलैंड के कार्ल रॉक (New Zealand national Karl Rock) ने दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में प्लाज्मा डोनेट किया था, जिसके बाद से वे लोगों की नजरों में आ गए. भारत के सुदूर इलाकों में घूमते हुए कार्ल रॉक धाराप्रवाह हिंदी बोलते हैं और खुद को भारत-प्रेमी कहते हैं. अब इनका भारत आना बैन हो चुका है. दिल्ली में अपनी भारतीय पत्नी से मिलने की इजाजत पाने के लिए कार्ल लगभग 270 दिनों से गुहार लगा रहे हैं. कार्ल के मुताबिक वे नहीं जानते कि उनके आने पर रोक क्यों लगी.

कौन हैं कार्ल रॉक?
मूलतः न्यूजीलैंड के कार्ल रॉक का असल नाम कार्ल एडवर्ड राइस है. वे एक ट्रैवल ब्लॉगर हैं. यानी यात्रा की वीडियो बनाते हैं. फिलहाल ट्रैवल ब्लॉगिंग का चलन खूब है और बहुतेरे विदेशी ऐसा कर रहे हैं लेकिन कार्ल का मामला थोड़ा अलग है. वे भारत की ही यात्रा की वीडियो बनाते हैं और अंग्रेजी के अलावा हिंदी में भी बनाते हैं. उनकी इसी खूबी के कारण वे न केवल उन विदेशियों में लोकप्रिय हैं, जो भारत यात्रा करना चाहते हैं, बल्कि देसी लोग भी भारतीय रंग-ढंग के कारण उन्हें पसंद करते रहे.

दरअसल उन्होंने साल 2019 में दिल्ली की रहने वाली हरियाणवी मूल की एक युवती मनीषा मलिक से शादी की. इस तरह से कार्ल का ससुराल भी भारत में है. मनीषा विटिलिगो यानी सफेद दाग से जूझ रही हैं और इसपर कई तरह के वीडियो बनाती हैं कि कैसे इस बीमारी के लोगों को भेदभाव सहना पड़ता है.

तो मसला कहां है?

साल 2020 के अक्टूबर में न्यूजीलैंड के कार्ल रॉक भारत से पाकिस्तान और दुबई यात्रा के लिए निकले. इसके बाद से वे भारत नहीं लौट सके हैं. वे कहते हैं कि जब वे पाकिस्तान से होते हुए दुबई लौटे तो उनका वीजा एक्सपायर हो चुका था. वहां वीजा के लिए आवेदन करने पर उन्हें दुबई उच्चायोग बुलाया गया और बताया गया कि उनके भारत जाने पर पाबंदी लग गई है.

क्यों लगी पाबंदी?
कार्ल के मामले को लगातार उठाने और सोशल मीडिया तक पर डालने पर विदेश मंत्रालय एक्शन में आया. वहां के एक अधिकारी ने एएनआई को बताया कि कार्ल रॉक ने वीजा के कई मानदंडों को तोड़ा है. वे भारत टूरिस्ट वीजा पर थे और यहां से व्यापार किया करते थे. यहां तक कि कई बार राजनैतिक मसलों पर भी बोला था, जैसे CAA के दौरान कथित तौर पर कार्ल भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए, जो कि टूरिस्ट वीजा पर मना है. इसलिए ही उनके भारत आने पर सालभर के लिए बैन लग गया.
मामला पहुंचा अदालत तक 

इधर कार्ल ने मामले को उछालते हुए इसे दिल्ली हाईकोर्ट तक पहुंचा दिया है. वे और उनकी भारतीय पत्नी लगातार कह रहे हैं कि भारत आकर पत्नी और परिवार से मिलना कार्ल का अधिकार है, जिसमें बिना किसी वजह रोड़ा अटक रहा है. हालांकि दोनों ने ही इसकी कोई वजह नहीं बताई कि आखिर उनके सामने ये समस्या आई क्यों. हाईकोर्ट में दायर याचिका में कार्ल की पत्नी मनीषा ने कहा कि वे साल 2013 से ही भारत आ रहे हैं और अब तक देश के सारे कानूनों का पालन करते रहे इसलिए ये बैन बेवजह है.

यूट्यूबर कार्ल के बारे में कई दूसरी बातें भी कही जाती रही 
कार्ल पर कई बार आरोप लग चुका है कि वे भारत में प्रतिबंधित इलाकों में जाते और वीडियो बनाते हैं. इसके अलावा पहली बार टूरिस्ट वीजा पर देश आने पर उन्होंने एक किताब भी लिख डाली थी, जिसमें उन्होंने भारत आने वाले विदेशियों को गाइड किया था. ये एक तरह का व्यावसाय है, जो टूरिस्ट वीजा के दौरान प्रतिबंधित है. लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती. वे पाकिस्तान के कश्मीर जाकर भी कथित तौर पर विवादास्पद वीडियो बनाते रहे.

कार्ल का पाकिस्तान जाना सबसे ज्यादा संदेह पैदा करता है
ऑप इंडिया की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कार्ल लगातार पाकिस्तान जाता रहा और दूसरी ओर ये भी कहता रहा कि पाकिस्तान में उसे ISIS का जासूस समझा जाता है और उसकी जान को खतरा है. जान पर खतरे के बाद भी कार्ल का बीते साल दोबारा पाकिस्तान दौरा संदेह पैदा करता है. हालांकि ये बात भी है कि कार्ल के मामले में अब तक कुछ स्पष्ट भी नहीं हो सका है.

Related Articles

Back to top button