जब बाढ़ में घिरा अशोक नगर, पुलिस जवानों ने कुछ इस तरह निभाया वर्दी  का फर्ज

अशोक नगर. अशोक नगर (Ashoknagar) में भी बाढ़ (Flood) रौद्र रूप दिखा रही है. यहां बारिश का करीब 50 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. गलियां, सड़कें सब पानी में डूब गए. घर – गृहस्थी बर्बाद हो गए हैं. पूरे इलाके में राहत और बचाव कार्य जारी हैं. सेना और पुलिस फरिश्ता बने हुए हैं. अपनी जान की बाजी लगाकर ये जवान बाढ़ में घिरे लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं. ऐसे ही कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं.

बाढ़ की इस भीषण आपदा में अशोकनगर में वर्दी का हमदर्द रूप दिखा. एक आरक्षक और सब इंस्पेक्टर ने अपनी जान पर खेलकर बाढ़ पीड़ितों की मदद की. बहादुरपुर थाना क्षेत्र में केथन और मोला नदियों ने तांडव मचा दिया है. इलाके के करीब 150 घर जलमग्न हो गए हैं. सड़क से लेकर घरों तक में कमर से ऊपर तक पानी भर गया है. लोग बदहवास हैं. घर ढह गए हैं. तिनका-तिनका कर जमा की गयी गृहस्थी बर्बाद हो गयी है. लोगों को सूझ नहीं रहा कि करें तो क्या करें.

 

50 साल का रिकॉर्ड टूटा
ऐसे कठिन हालात में आरक्षक ब्रजभान और सब इंस्पेक्टर भुवनेश शर्मा ने अपनी ड्यूटी और इंसानियत का फर्ज दोनों निभाया. ट्यूब के सहारे उन्होंने करीब 35 लोगों की जान बचाकर उन्हें निकाला. अशोक नगर में बाढ़ और बारिश कहर बरपा रही है. बारिश का पिछले 50 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. यहां हर तरफ पानी ही पानी है. बहादुरगढ़ कस्बे में 100 से ज्यादा मकान डूब गए. कई मकान ढह गए हैं.

शिवपुरी में हालात खरा

शिवपुरी जिले के पोहरी में हालात खराब हैं. यहां तकरीबन 2 घंटे तक तेज बारिश होने से कूनो एक बार फिर उफान पर आ गयी. नदी यहां पुल से 10 फुट ऊपर बह रही है. भिंड में पानी उतरने के बाद सिंधु नदी ने गांवों में तबाही के निशान छोड़ दिये हैं. दो दर्जन से अधिक गांव में सैंकड़ों मकान धराशाही हो गए हैं. लोगो का पूरे साल का अनाज और पशुओं का चारा सब बर्बाद हो गए. कच्चे मकानों में रह रहे सैकड़ों परिवारों के सिर पर अब छत भी नहीं बची है. बाढ़ का पानी गांव से निकलने के बाद बर्बादी की असली तस्वीर सामने आएगी. करोड़ों की लागत से यहां सिंध नदी पर बनाए गए इंदुरखी और जखमोली के पुल टूट गए और कई सड़कें जर्जर हो गयीं.

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